उदयपुर. चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा की सदर थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान तीन संंदिग्धों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों से 12 किलो विस्फोटक सहित बम बनाने की अन्य सामग्री बरामद की गई है. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि ये तीनों अल सुफा संगठन से जुड़े हुए हैं. पूछताछ में जयपुर में सीरियल ब्लास्ट की साजिश रचना सामने आया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के बाद राजस्थान और मध्य प्रदेश से पांच अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. बताया जा रहा है कि ये आरोपी रतलाम से विस्फोटक सामग्री लेकर जयपुर जा रहे थे. वहां संभवत तीन स्थानों पर सीरियल ब्लास्ट करने की प्लानिंग की गई थी. पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी मध्यप्रदेश के रतलाम और देवास के समीप संचालित किए जा रहे अल सुफा संगठन से जुड़े हुए हैं. तीनों आरोपियों का नाम जुबेर, अल्तमस और सैफुल है. इन आरोपियों को एक बोलेरो कार से गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से 6 किलो सिल्वर रंग का विस्फोटक और 6 किलो स्लेटी दानेदार विस्फोटक बरामद किया गया है. बम बनाने की सामग्री भी बरामद की गई है आरोपियों के पास से बम बनाने की सामग्री भी बरामद की गई है. इनमें ड्यूरो सेल बैटरी लगी हुई है. तीन आरोपियों से घड़ियां, 3 कनेक्टर मय वायर, एक प्लास्टिक की शीशी में 6 बल्ब और अन्य वायर भी बरामद किया गया है. इस संबंध में निम्बाहेड़ा के सदर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. उसमें विधि के विरुद्ध कार्य करने और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत धाराएं लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. टोंक, चित्तौड़गढ़ और रतलाम से 5 अन्य लोग हिरासत में लिये गये हैं आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में टोंक और चित्तौड़गढ़ से तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. वहीं मध्यप्रदेश के रतलाम से भी एटीएस की टीम ने 2 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की है. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों के तार आतंकवादी संगठन से जुड़े होने की आशंका के चलते एनआईए और आईबी भी इस मामले में नजर बनाए हुए है. स्लीपर सेल होने का भी अंदेशा है बुधवार को नाकाबंदी के दौरान हुई इनकी गिरफ्तारी के बाद तुरंत एटीएस की टीम को सूचना दे दी गई थी. इस पर उदयपुर और जयपुर से एटीएस की टीम निम्बाहेड़ा पहुंची और आरोपियों से पूछताछ शुरू की. एटीएस की पूछताछ में सामने आया कि सभी आरोपी कम पढ़े लिखे हैं. वे दसवीं और आठवीं फेल हैं. हालांकि एटीएस की टीम अभी पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है. इनके स्लीपर सेल होने का भी अंदेशा है. इसकी गहराई से जांच की जा रही है.