नई दिल्ली। (एजेंसी)। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बढ़ती महंगाई से क्षतिपूर्ति को लेकर बुधवार को महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) तीन प्रतिशत बढ़ाकर 34 प्रतिशत कर दी। वहीं, जनवरी और फरवरी 2022 का एरियर भी मिलेगा। केंद्रीय कर्मचारियों को फिलहाल 31% डीए मिलता है। इसे 3% बढ़ाकर 34% किया गया है। इस फैसले से 50 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, अतिरिक्त किस्त एक जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी। आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों को महंगाई भत्ता और पेंशनभोगियों को महंगाई राहत की अतिरिक्त किस्त एक जनवरी, 2022 से जारी करने को मंजूरी दे दी है। इसके तहत मूल वेतन/पेंशन के 31 प्रतिशत की मौजूदा दर में तीन प्रतिशत की वृद्धि की गयी है, ताकि मूल्यवृद्धि की भरपाई की जा सके।’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह वृद्धि सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर स्वीकृत फॉर्मूले के अनुरूप है। महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में वृद्धि से सरकारी खजाने पर 9,554.50 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। विज्ञप्ति के अनुसार, इससे 47.68 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 68.62 लाख पेंशनभोगियों को लाभ होगा। इससे पहले, पिछले साल अक्तूबर में मंत्रिमंडल ने एक जुलाई, 2021 से महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में तीन प्रतिशत की वृद्धि की थी।
न्यूनतम सैलेरी पर कितना बढ़ेगा डीए?
अगर 18,000 रुपए की न्यूनतम बेसिक सैलरी पर एरियर की कैलकुलेशन की जाए तो आपकी सैलरी में 540 रुपए का इजाफा होगा।अभी कर्मचारी को 5,580 रुपए डीए मिल रहा है, जो 31% डीए के हिसाब से है। अब इसमें 3% और जुड़ेगा तो 6,120 रुपए मिलेंगे। मतलब कर्मचारियों की सैलरी में 540 रुपए का इजाफा होगा। 2 महीने के एरियर का पैसा करीब 1,080 रुपए आएंगे।
महंगाई भत्ता यानी डीए क्या है?
महंगाई भत्ता सैलरी का एक हिस्सा होता है। यह कर्मचारी के बेसिक सैलरी का एक निश्चित परसेंट होता है। देश में महंगाई के असर को कम करने के लिए सरकार अपने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देती है। इसे समय-समय पर बढ़ाया जाता है। रिटायर्ड कर्मचारियों को भी इसका फायदा मिलता है।
डीए के बाद सैलरी कैसे बदलेगी?
आसान भाषा में समझें तो बेसिक सैलरी में ग्रेड सैलरी को जोड़ने के बाद जो सैलरी बनती है, उसमे महंगाई भत्ते की दर का गुणा किया जाता है। जो नतीजा आता है, उसे ही महंगाई भत्ता यानी डेअरनेस अलाउंस (डीए) कहा जाता है। अब इसे एक उदाहरण से समझते हैं, मान लीजिए आपकी बेसिक सैलरी 10 हजार रुपए और ग्रेड पे 1000 रुपए है। दोनों को जोड़ने पर टोटल 11 हजार रुपए हुआ। अब बढ़े हुए 34% महंगाई भत्ते के लिहाज से देखें, तो यह 3,740 रुपए हुआ। सबको जोड़कर आपकी टोटल सैलरी 14,740 रुपए हुई। पहले 31% डीए के लिहाज से आपको 14,410 रुपए सैलरी मिल रही थी। अब डीए में 31% इजाफा कर 34% करने से हर महीने 330 रुपए का फायदा हुआ।