नागपुर।(नामेस)। सहेली की हत्या में लिप्त स्वर्णा को दीपा पर जादू-टोना करने का भी संदेह था. इसी वजह से भी वह दीपा की हत्या करने का बता रही है. 26 मार्च को स्कूल बस में कंडक्टर 41 वर्षीय दीपक जुगलदास की गला घोंटकर हत्या की दी गई थी. दूसरे दिन कपिल नगर के उप्पलवाड़ी में शव मिलने के बाद घटना का पता चला था. दीपा और स्वर्णा सहेली थी. दीपा बचत समूह के माध्यम से ब्याज पर रुपए उधार देती थी. उससे स्वर्णा ने डेढ़ लाख रुपए लिए थे. इसे लेकर उनके बीच विवाद चल रहा था. पैसों के विवाद के अलावा स्वर्णा को संदेह था कि दीपा के उसके घर आने के बाद उसकी और बेटी की तबियत खराब हो जाती है. स्वर्णा दीपा पर जादू-टोना करने का संदेह करने लगी थी. दीपा को स्वर्णा द्वारा उसकी मां और बहन को भी अपने खिलाफ भड़काए जाने का संदेह था. स्वर्णा ने दीपा को मां-बहन से बात नहीं करने की नसीहत भी दी थी. इसके बाद भी दीपा में बदलाव नहीं होने से स्वर्णा संतप्त थी. उसने दीपा को सबक सिखाने का तय किया था. दीपा आयुर्वेद दवा की बिक्री करती थी. दवा लाने के बहाने उसने 26 मार्च को दीपा को घर बुलाकर पति की मदद से खत्म कर दिया. स्वर्णा और समी को अदालत में पेश करके 31 मार्च तक हिरासत में लिया गया है.