नागपुर।(नामेस)। महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना चाहिए। इस आशय के विचार राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य और पूर्व राज्यमंत्री एड. सुलेखा कुंभारे ने व्यक्त किए। सांसद औद्योगिक महोत्सव का आयोजन एमआईए हाउस हिंगना एमआईडीसी में 12 से 14 मार्च, 2022 तक एमएसएमई विकास निगम नागपुर और केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के विभिन्न उद्योग संघों के सहयोग से किया गया था। कुंभारे समापन समारोह के अवसर पर बोल रही थीं। इस अवसर पर रवींद्र ठाकरे आयुक्त, जनजातीय विकास आयुक्तालय और पी.एम. पालेर्वार, निदेशक, एमएसएमई-डीआई उपस्थित थे। कुंभारे ने कहा कि, सांसद औद्योगिक महोत्सव के आयोजन से निश्चित रूप से विदर्भ में एम.एस.एम.ई. क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी। इसी तरह, एम.एस.एम.ई. को भी विक्रेता विकास कार्यक्रमों से लाभ होगा। जनजातीय विकास आयुक्तालय के आयुक्त एवं पूर्व जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे ने कहा कि संभावित और मौजूदा उद्यमियों के प्रवेश और आत्मनिर्भर बनने के लिए इस तरह के कार्यक्रम और औद्योगिक एक्सपोज आवश्यक है। एमएसएमई-डीआई के निदेशक, पी.एम. पालेर्वार ने तीन दिवसीय महोत्सव को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के लिए प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के औद्योगिक एक्सपो और विक्रेता बैठक एम.एस.एम.ई. के बारे में विदर्भ के लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने में मददगार साबित हुई है और साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र में केंद्रीय पहल और स्थानीय विक्रेता अपने विक्रेताओं की जरूरतों को पूरा करते हैं। उन्होंने कहा, इसका उद्देश्य सभी हितधारकों को एक साथ आने और एक-दूसरे से लाभ उठाने के लिए एक मंच प्रदान करना था। इससे एम.एस.एम.ई. को अपने उत्पादों को उद्योग और नीति निमार्ताओं को दिखाने का मौका मिला और एम.एस.ई. को विक्रेता विकास कार्यक्रम के तहत बड़े उद्योगों के साथ एकीकृत करने का मौका मिला। सी.जी. शेगांवकर, अध्यक्ष, एमआईए, हिंगना ने कहा कि औद्योगिक एक्सपो में एम.एस.एम.ई. के उत्पादों और सेवाओं ने बड़े उद्योगों के लिए आवश्यक अतिरिक्त वस्तुओं और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शन किया, जिससे सभी क्षेत्रों को लाभ हुआ। उन्होंने सभी उपस्थित लोगों को उनकी जबरदस्त प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के दौरान बुटीबोरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी एम.एस.एम.ई. विकास संस्थान नागपुर द्वारा सभी स्थानीय उद्योग संघों के सहयोग से ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। औद्योगिक एक्सपो के दौरान लगभग 67 स्टॉलों ने अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया, जिसे लोगों से शानदार प्रतिक्रिया मिली और इस पहल से उद्यमिता के बारे में जागरूकता पैदा करने में मदद मिली। कार्यक्रम के दौरान एक ऋण मेला भी आयोजित किया गया था, जिसमें विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। स्टार्ट-अप और निवेशकों के बारे में भी एक बैठक हुई, जहां स्टार्टअप ने निवेशकों के साथ उनके नए विचारों, उत्पादों और अन्य कई विषयों के बारे में बातचीत की। समारोह के दौरान उपस्थित लोगों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम का संचालन राहुल के. मिश्रा और प्रफुल्ल उमरे, सहायक निदेशक, एम.एस.एम.ई. विकास संस्थान, नागपुर द्वारा किया गया।