नई दिल्ली। (एजेंसी)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि पड़ोसी देश अभी पोलियो मुक्त नहीं हुए हैं, इसलिए भारत को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने रेखांकित किया कि घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाने का अभियान जारी रहेगा, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी बच्चा छूट ना जाए। रविवार को होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम में 735 जिलों में 15 करोड़ से अधिक बच्चों को कवर किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय में पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर वर्ष 2022 के पोलियो खुराक पिलाने के अभियान की शुरूआत करते हुए मंत्री ने कहा कि पांच साल से कम उम्र के करीब 15 करोड़ बच्चों को आने वाले महीनों में पोलियो रोधी टीके दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पोलियो के खिलाफ भारत की रणनीति देश की निवारण योग्य बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण के संबंध में स्वास्थ्य नीति की सफल गाथा है। हमें सतर्क बने रहने की जरूरत है, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि पांच साल से कम उम्र के सभी बच्चों को पोलियों की खुराक मिल जाए। मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम बच्चों को पहले से कहीं अधिक बीमारियों से बचाने के लिए ध्यान केंद्रित कर रहा है और हाल के दिनों में न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी), रोटावायरस वैक्सीन और मीजल्स-रूबेला (एमआर) जैसे कई नए टीके पेश किए हैं।
इसके अलावा, बच्चों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार ने अपने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में इंजेक्टेबल इनएक्टिवेटेड पोलियो वैक्सीन भी पेश की है। मंत्री ने कहा कि हम अपने बच्चों को अधिक से अधिक बीमारियों से बचाने के प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि कार्यक्रम के तहत सभी टीके हमारे देश के हर बच्चे तक पहुंचे। राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाने के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत का उद्देश्य तभी प्राप्त किया जा सकता है जब हमारे बच्चे स्वस्थ हों। मिशन इंद्रधनुष या पोलियो टीकाकरण अभियान का उद्देश्य हमारे बच्चों को ऐसी घातक बीमारियों से बचाना है। चूंकि हमारे पड़ोसी देश अभी भी पोलियो मुक्त नहीं हैं, हमें सतर्क रहना चाहिए और टीकाकरण कार्यक्रम जारी रखना चाहिए। आने वाले महीनों में पांच साल से कम उम्र के 15 करोड़ से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। मजबूत सूक्ष्म योजना के माध्यम से घर-घर टीकाकरण अभियान यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा कि कोई भी न छूटे। मैं स्वास्थ्य कर्मियों, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, रोटरी क्लब और गैर सरकारी संगठनों की तरह इस टीकाकरण कार्यक्रम को हमारे प्रधान मंत्री द्वारा परिकल्पित लोक भागीदारी आंदोलन बनाने के लिए सभी हितधारकों को बधाई देता हूं। मैं सभी परिवारों से अपने बच्चों का टीकाकरण कराने के लिए आगे आने का अनुरोध करता हूं।
पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण आज
पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (एनआईडी) 2022 का आयोजन रविवार (27 फरवरी) को पूरे देश में किया जाएगा। भारत हर साल पोलियो के लिए एक राष्ट्रव्यापी एनआईडी और दो उप-राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (एसएनआईडी) आयोजित करता है, ताकि जंगली पोलियो वायरस के खिलाफ जनसंख्या प्रतिरक्षा बनाए रखा जा सके और पोलियो मुक्त स्थिति को बनाए रखा जा सके। पोलियो एनआईडी के दौरान, सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 735 जिलों में 15 करोड़ से अधिक बच्चों को कवर किया जाएगा। अभियान के दौरान देशभर के सात लाख बूथों के माध्यम से बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। लगभग 24 लाख वॉलंटियर्स और 1.5 लाख पर्यवेक्षकों द्वारा लगभग 23.6 करोड़ घरों का दौरा किया जाएगा। भारत एक दशक से अधिक समय से पोलियो से मुक्त रहा है, 13 जनवरी, 2011 को वाइल्ड पोलियोवायरस का अंतिम मामला दर्ज किया गया था।