नागपुर।(नामेस)। आज से नागपुर के डॉ.गिल्लूरकर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में नेजल को-वैक्सीन की बूस्टर डोज का क्लिनिकल ट्रायल शुरू होगा. यह बूस्टर डोज जल्द ही सभी आयु समूहों के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगा और सरकार अब इसमें कुछ इनोवेटिव मिक्स-एन-मैच की कोशिश कर रही है. देश के 9 केंद्रों में इस बूस्टर डोज का क्लिनिकल ट्रायल होना है, इनमे महाराष्ट्र से नागपुर एकमात्र शहर है. जिन लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज लिए है उनके लिए तीसरे इंजेक्शन की जगह को-वैक्सीन की नेजल वैक्सीन के रूप में तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल होगा. यह ट्रायल आज से डॉ.गिल्लूरकर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में शुरू होना है, यहां पहले भी कोवैक्सिन के कई ह्यूमन ट्रायल्स किए जा चुके है. डॉ.गिल्लूरकर ने ट्रायल्स की गोपनीयता का हवाला देते हुए किसी भी विवरण को शेयर करने से इनकार कर दिया, उन्होंने पुष्टि की कि इन ट्रायल्स को ऑपरेट करने के लिए राज्य से एकमात्र उनके अस्पताल को चुना गया है. बता दे, नागपुर पहले से ही तत्काल सुरक्षा के लिए नेज़ल वैक्सीन के पहले डोज और कोरोना वायरस के खिलाफ स्थायी सुरक्षा के लिए इंट्रामस्क्युलर वैक्सीन की दूसरी खुराक के मिक्स-एंड-मैच परीक्षण की मेजबानी कर रहा है. अब बूस्टर का ट्रायल भी शहर में शुरू हो रहा है. बहरहाल, समय पर ट्रायल के बाद देश को मार्च में इंट्रानेजल बूस्टर वैक्सीन मिलने की उम्मीद है।
कैसे होगा ट्रायल?
क्लिनिकल ट्रायल्स रजिस्ट्री-इंडिया (सीटीआरआई) के अनुसार, इस अध्ययन में 18 से 65 वर्ष के बीच के 608 स्वस्थ वैक्सीनेशन वाले लोगों के कुल सैंपल्स लिए जायेंगे जिसमें नागपुर से 64 लोगों के सैंपल्स लेकर उन्हें आगे 4 समूहों में विभाजित किया जाएगा. इन समूहों के लोगों पर नेज़ल और इंट्रामस्क्युलर वैक्सीन के विभिन्न प्रकार के संयोजनों का ट्रायल किया जाएगा.विशेषज्ञों ने बताया कि एक बूस्टर के रूप में इंट्रानेजल वैक्सीन को बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन ड्राइव में इस्तेमाल करना आसान होगा और भारत की विशाल आबादी में बूस्टर वैक्सीनेशन ड्राइव को पूरा करने में एक प्रमुख भूमिका निभा सकता है.