मुंबई. आठ घंटे की पूछताछ के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को ई़डी ने गिरफ्तार कर लिया है. नवाब मलिक ने ईडी कार्यालय से बाहर आते हुए हाथ ऊपर हिलाते हुए ‘झुकेंगे नहीं’ जैसी मुद्रा में एनसीपी कार्यकर्ताओं को इशारा किया. लेकिन उन्हें ईडी अधिकारियों ने मीडिया से बात करने का मौका नहीं दिया. नवाब मलिक को सफेद रंग की इनोवा गाड़ी में ईडी कार्यालय से बाहर ले जाया गया. उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए जे.जे अस्पताल लाया गया. मेडिकल चेकअप के बाद उन्हें अदालत में हाजिर किया जाएगा. प्राप्त जानकारियों के मुताबिक मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपी और दाऊद इब्राहिम से संबंधित लोगों के आर्थिक लेन-देन के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों के मुताबिक ईडी ने कुछ दिनों पहले ठाणे जेल से दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को कस्टडी में लेकर उससे पूछताछ की. इकबाल कासकर ने अपनी पूछताछ में नवाब मलिक का नाम लिया है. इससे पहले बुधवार, सुबह सीआईएसएफ के जवानों के साथ ईडी अधिकारी मुंबई के कुर्ला स्थित नूर मंजिल स्थित नवाब मलिक के निवास पर पहुंचे और उनसे थोड़ी देर बातचीत कर पूछताछ के लिए चलने को कहा. नवाब मलिक थोड़ी देर तक उनसे बातचीत करते रहे फिर तैयार हो कर उनके साथ ईडी कार्यालय के लिए निकल गए. नवाब मलिक कोकाले रंग की इनोवा गाड़ी में निकले. नवाब मलिक के साथ उनके बेटे अमीर मलिक थे. सुबह 7:47 बजे नवाब मलिक ईडी कार्यालय पहुंचे. पौने आठ बजे से तीन बजकर पांच मिनट तक ईडी अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की और फिर अरेस्ट कर लिया.
गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक गलियारे में भी गर्मी
नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे में भी गहमागहमी शुरू हो गई है. इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने सवाल उठाया है. कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि ये निचले स्तर की राजनीति है। केंद्रीय एजेंसी जानबूझकर लोगों को परेशान कर रही है. उधर, भाजपा ने उद्धव सरकार पर हमला बोला है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि मलिक महाराष्ट्र कैबिनेट से इस्तीफा दें.