नागपुर।(नामेस)। नागपुर. एसटी महामंडल पिछले महीने से निजी कंपनी की मदद से किसी तरह से एसटी शुरू करने में सक्षम हुई है लेकिन अब भी कई रूट पर बसें पूरी तरह बंद हैं. यही वजह है कि यात्रियों की परेशानी कम नहीं हुई. गणेशपेठ के मुख्य बस स्टैंड पर यात्रियों की भीड़ तो बढ़ रही है लेकिन उनके रूट की बसें नहीं होने से आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है. प्रवासियों का कहना है कि सरकार और कर्मचारियों के बीच उन्हें पिसना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों सहित लंबी दूरी के कई मार्गों पर एसटी बंद होने से अब भी लोगों को निजी बसों में ज्यादा किराया देना पड़ रहा है. एसटी कर्मचारियों की हड़ताल से एसटी निगम को प्रतिदिन करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है. पहले नागपुर मंडल में एसटी परिवहन से 45 लाख रुपये का राजस्व मिलता था. अब सिर्फ 80 हजार ही मिल रहे हैं. 8 डिपो की 390 बसों में से 74 बसें चल रही हैं. पहले 1500 फेरियां होती थीं लेकिन अब 211 फेरियां हो रही हैं. शनिवार को गणेशपेठ से 25, इमामवाड़ा से 11, घाट रोड से 17, उमरेड से 4, सावनेर से 7, वर्धमान नगर से 6, रामटेक से 3, कटोल 1 से 74 बसें चलीं.