मुंबई। (एजेंसी)। अपनी संगीतमय धुनों से 80 और 90 के दशक में हिंदी सिने प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करने वाले गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का गुरुवार को परिवार, दोस्तों और सिनेमा जगत के उनके सहयोगियों की मौजूदगी में विले पार्ले के पवन हंस श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे बप्पा ने मुखाग्नि दी। लाहिड़ी का मंगलवार रात को निधन हो गया था। उन्होंने जुहू के क्रिटिकेयर अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 69 वर्ष के थे और स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों से जूझ रहे थे। कई लोगों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। उनके जुहू स्थित आवास, लाहिड़ी हाउस पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मी मौजूद थे। बप्पी लाहिड़ी के पार्थिव शरीर को उनकी पहचान बन चुके धूप के काले चश्मे के साथ, एक खुले ट्रक में रखा गया था। ट्रक को गेंदे और गुलदाउदी के फूलों से सजाया गया था। ट्रक के आगे और बगल में उनकी तस्वीरें लगी हुई थीं, जिस पर ‘भावपूर्ण श्रद्धांजलि’ लिखा हुआ था। ट्रक में बप्पी लाहिड़ी की पत्नी चित्राणी, बेटा बप्पा और बेटी रीमा के साथ कई अन्य परिजन भी थे। ट्रक के पीछे कई कारों का काफिला था, जिसमें पुलिस के वाहन और दो एम्बुलेंस भी शामिल थीं। अंतिम संस्कार के दौरान विद्या बालन, शक्ति कपूर, रूपाली गांगुली, देब मुखर्जी, उदित नारायण, शान, अभिजीत भट्टाचार्य, मीका सिंह, फिल्म निर्माता भूषण कुमार और फिल्मकार केसी बोकाडिया के अलावा कई अन्य लोग भी मौजूद थे।