नई दिल्ली. कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच देश में अब कई एक्सपर्ट मान रहे हैं कि ओमिक्रॉन वेरिएंट अब समुदाय स्तर पर फैल चुका है. देश में कोरोना वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए गठित इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) ने रविवार को कहा कि भारत में ओमिक्रॉन वेरिएंट कम्युनिटी स्प्रेड के स्तर पर है और जिन बड़े शहरों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, वहां यह हावी हो गया है. यह भी कहा गया है कि देश के कुछ हिस्सों में ओमिक्रॉन के सब-लिनिएज बीए.2 की मौजूदगी भी मिली है. वहीं मैक्स अस्पताल के डॉक्टर विवेक नांगिया ने भी कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के केस सिर्फ विदेशों से आ रहे लोगों से नहीं मिल रहे, बल्कि अब यह सामुदायिक स्तर पर फैल चुका है. उन्होंने कहा, ‘कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले कम्युनिटी स्प्रेड का ही संकेत है, लेकिन यह डेल्टा वेरिएंट की तरह नहीं है. लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित होने पर जल्दी ठीक हो रहे हैं.’ आईएनएसएसीओजी के जरिए भारत में कोरोना वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है, जिसका गठन सरकार ने पिछले साल दिसंबर में किया था. यह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की संयुक्त पहल है, जिनके अधीन 28 राष्ट्रीय लैब काम कर रहे हैं. मैक्स हेल्थकेयर की एक स्टडी में सामने आया कि कोविड-19 महामारी की मौजूदा लहर के दौरान मरने वालों में 60 फीसदी लोग ऐसे थे, जिन्होंने या तो बिलकुल टीकाकरण नहीं कराया था या फिर आंशिक टीकाकरण (एक डोज) ही कराया था. स्टडी के मुताबिक, दर्ज की गई मौतों के मामले में ज्यादातर लोग 70 वर्ष से अधिक उम्र के थे या वे गुर्दे की बीमारियों, हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर जैसी कई अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे.
सिर्फ 23.4 फीसदी मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत
रिपोर्ट में महामारी की तीन लहरों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है और सामने आया कि तीसरी लहर के दौरान सिर्फ 23.4 प्रतिशत मरीजों को ऑक्सीजन देने की आवश्यकता पड़ी है, जबकि दूसरी लहर के दौरान 74 प्रतिशत और पहली लहर के दौरान 63 प्रतिशत रोगियों को ऑक्सीजन देने की आवश्यकता पड़ी थी.
क्या होता है कम्युनिटी ट्रांसमिशन?
कम्युनिटी ट्रांसमिशन का अर्थ होता है कि कोई भी व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बिना ही वायरस की चपेट में आ जाए या संक्रमित स्थल की यात्रा के बिना ही संक्रमित हो जाए.