-गाइडलाइन के तहत होगा मतदान
-15 जनवरी तक रोड शो-पदयात्रा पर रोक
-28 दिनों तक चलेगा सत्ता का संग्राम
नई दिल्ली. पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में 690 विधानसभा सीटों के चुनाव का ऐलान कर दिया गया है. शनिवार को भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें आयोग ने स्पष्ट किया कि पांचों राज्यों में चुनाव तय समय पर ही होंगे. कुल 18.34 करोड़ मतदाता पांच राज्यों के चुनावों में हिस्सा लेंगे. इसमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं. उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में पहली बार 24.9 लाख मतदाता वोट डालेंगे. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि कोरोना महामारी और इस वायरस के नए व अधिक संक्रामक वेरिएंट ओमिक्रॉन के तेज प्रसार के बीच आयोग ने किस तरह चुनाव आयोजित करने की तैयारी की है. उन्होंने कहा कि महामारी के बीच चुनाव करवाना चुनौती है लेकिन यह हमारा कर्तव्य भी है. इसके तहत निर्वाचन आयोग ने कई अहम दिशानिर्देश जारी किए हैं. इसके तहत पांचों चुनावी राज्यों में रोड शो, पदयात्रा, साइकिल या वाहन रैली पर रोक लगा दी गई है. इसके अलावा रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक कैंपेन कर्फ्यू लागू रहेगा.यह प्रतिबंध 15 जनवरी तक लागू रहेगा. जानकारी के मुताबिक, मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि पांचों चुनाव राज्यों में 15 जनवरी तक रैली, रोड शो आदि की इजाजत नहीं दी जाएगी. किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार को फिजिकल चुनावी रैलियों की इजाजत नहीं होगी.किसी भी नुक्कड़ सभा का आयोजन भी नहीं किया जा सकेगा.इसके अलावा चुनाव में जीत के बाद भी जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगाया गया है. डोर टू डोर कैंपेन के लिए केवल 5 लोग ही जा सकते हैं. 15 जनवरी के बाद हालात का जायजा लेकर चुनाव आयोग फैसला लेगा.
सात चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव
पांचों राज्यों में सात चरण में विधानसभा चुनाव होंगे. उत्तर प्रदेश में पहले दौर का मतदान 10 फरवरी को होगा. दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठवां चरण तीन मार्च और अंतिम चरण सात मार्च को होगा. 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे. पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान होगा. वहीं, मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा. यहां 27 फरवरी को पहले दौर और 3 मार्च को अंतिम दौर का मतदान होगा. सभी राज्यों में 10 मार्च को मतगणना होगी.
चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए: कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारा अनुरोध है कि चुनाव आयोग को निष्पक्षता से काम करना चाहिए. हम भविष्य में देखेंगे कि वो कैसे काम करते हैं और विपक्ष व सरकार के साथ कैसा व्यवहार करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा पहले ही रैलियां कर चुकी है.