अहमदनगर. केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को महाराष्ट्र में एमवीए सरकार को निशाने पर लेते हुए दावा किया कि ऐसे कुछ चीनी मिलों को बैंक गारंटी जारी नहीं की जा रही है, जिनके विपक्षी दलों के नेताओं से संबंध हैं. शाह अहमदनगर जिले में सहकारिता क्षेत्र से जुड़े एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. शाह ने शिरडी के साई बाबा मंदिर के दर्शन भी किए. उन्होंने कहा कि यह प्रथा सही नहीं है. राज्य सरकार को राजनीति से ऊपर उठने की जरूरत है. मैं इस क्षेत्र में मूक दर्शक नहीं बनने जा रहा हूं. महाराष्ट्र का सहकारी आंदोलन कई लोगों के लिए काशी जितना ही पवित्र है. को-ऑपरेटिव सोसायटी का प्रबंधन कौन करता है और इनका राजनीतिक झुकाव किस तरफ है, इसे देखने के बजाय यह महत्वपूर्ण है कि सहकारी समितियां क्या कर रही हैं. शाह ने कहा, हमें सहकारी आंदोलन को कमियों से मुक्त करने की जरूरत है। एक समय था जब महाराष्ट्र के जिला सहकारी बैंकों की ओर देखा जाता था, लेकिन आज केवल तीन ही बचे हैं.
तोड़ने नहीं कड़ियां जोड़ने आया हूं
शाह ने कहा, मैं यहां कुछ तोड़ने के लिए नहीं बल्कि लापता कड़ियों को जोड़ने आया हूं. हालांकि, मैंने देखा है कि कुछ राज्य सरकारें उन चीनी मिलों को बैंक गारंटी नहीं दे रही हैं जिनका प्रबंधन राजनीतिक रूप से विपक्षी दलों से जुड़ा हुआ है. चीनी मिल से संबंधित मुद्दों के हल के लिए दिल्ली की ओर देखने के बजाय राज्य सरकारें अपने यहां ही इसे क्यों नहीं सुलझा सकती हैं.