नागपुर।(नामेस)। कोविड काल में 67 लाख का स्टेशनरी घोटाला सामने आने पर मनपा में खलबली मच गई है. आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने घोटाले की आशंका का निराकरण करने के लिए सभी विभागों के बिल की जांच करने के आदेश विभाग प्रमुखों को जारी किए हैं.गुरुवार को मनपा के सभी विभागों में मंजूर तथा भुगतान किए गए बिल खंगालने की सरगर्मी जारी रही. 20 दिसंबर 2020 से 21 मार्च 2021 यानी 3 महीने की अवधि में यह सारा घोटाला किया गया. इस मामले में मनपा के सामान्य प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त महेश धामेचा, प्रमुख लेखा व वित्त अधिकारी विजय कोल्हे, वित्त विभाग में कार्यरत अन्य कर्मचारी अशफाक अहमद, राजेश मेश्राम, एस. वाई. नागदेव, सामान्य प्रशासन विभाग के मोहन पडवंशी अादि 6 अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं. इस मामले में अब सदर पुलिस थाने में चार आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज किया गया है.
स्वास्थ्य अधिकारी ने उजागर किया मामला
मनपा के विभिन्न विभागों समेत जोन कार्यालयों में स्टेशनरी तथा प्रिंटिंग मैटेरियल आपूर्ति की आड़ में 67 लाख रुपये का घोटाला सामने आया है. स्वास्थ्य विभाग को कोविड कालावधि में सामग्री की आपूर्ति किए बिना बिल भुगतान किए जाने का मामला उजागर हुआ है. स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय चिलकर के ध्यान में यह बात आने पर उन्होंने अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी से शिकायत की। जांच में सामग्री आपूर्ति किए बिना भुगतान करने की पुष्टि हुई है.