नागपुर।(नामेस)। दिव्यांग किशोरी के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के फरार आरोपी दिनेश किरोड़ी गुजर (27) को पुलिस ने धरदबोचा. आरोपी नागपुर रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करता था. चार माह बाद इस आरोपी को सीताबर्डी पुलिस ने वेश बदलकर राजस्थान से गिरफ्तार है. न्यायालय ने गुरुवार को 11 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. इस शातिर आरोपी को पकड़ने के लिए सीताबर्डी थाने के उपनिरीक्षक विजय नेमाड़े और उनके सहयोगियों ने राजस्थान स्थित उसके घर की तीन दिन वेश बदलकर रेकी की. उसके बाद उसे पकड़ा गया. आरोपी को इसके पहले भी नागपुर पुलिस की एक टीम पकडने राजस्थान गई थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया था. आरोपी दिनेश गुजर और उसके साथियों ने नागपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र में 29-30 जुलाई के बीच एक दिव्यांग किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म किया था. इसके पहले इस मामले में पुलिस 8 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है. पुलिस परिमंडल-2 की उपायुक्त विनीता साहू के मार्गदर्शन और सीताबर्डी के थानेदार अतुल सबनीस के नेतृत्च में कार्रवाई की गई. घर में विवाद के बाद गुस्से में निकली पीड़ित दिव्यांग किशोरी की मुलाकात ऑटो चालक शहनवाज उर्फ सना मो. राशिद से हुई. शहनवाज उसे ऑटो में बैठाकर ले गया और उससे दुष्कर्म किया. पश्चात उसे एक अस्पताल के सामने छोड़ दिया था. इसके बाद अन्य आरोपियों ने नागपुर रेलवे स्टेशन इलाके में पीड़िता से सामूहिक दुष्कर्म किया. सीताबर्डी पुलिस को फरार आरोपी दिनेश गुजर के बारे में पता चला कि, वह राजस्थान में गुजरों की बस्ती में एक झोपड़ी में रहता है. सीताबर्डी पुलिस का दल राजस्थान पहुंचा, लेकिन आरोपी के घर का पता नहीं चल रहा था, तब पुलिस ने मैले-कुचैले कपड़े खरीदे और हुलिया बदलकर दिनेश गुजर के बारे में पता लगाने लगी. पता चलते ही पुलिस दल ने दिनेश गुजर को 8 दिसंबर को तड़के उसके घर में धरदबोचा।
घटना के बाद पकड़े गए आरोपी
दिव्यांग किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में सीताबर्डी पुलिस ने पहले जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया, उनके नाम सना उर्फ मो. शहनवाज, मो. तौसिफ यूसूफ घोड़िया, मो. मुशीर मो. बशीर पठान और मो. फैजान पठान हैं. इस प्रकरण में आरोपी रामदयाल गुजर और दिनेश गुजर फरार थे. अब दिनेश भी पकड़ा गया है.