नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना के इस वेरिएंट के बारे में जानने के लिए वैज्ञानिक अध्ययन कर रहे हैं, फिलहाल अब तक की रिपोर्ट में कोरोना के इस वैरिएंट को काफी संक्रामक बताया जा रहा है. भारत में भी ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग को बेहद सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक दुनिया के करीब 57 देशों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. इस बीच कोरोना के इस गंभीर खतरे को लेकर अध्ययन कर रही जापानी वैज्ञानिकों की एक टीम ने बड़ा दावा किया है. जापानी अध्ययन में दावा किया गया है कि कोरोना के इस वैरिएंट की संक्रामकता, अब तक के सबसे खतरनाक माने जा रहे डेल्टा वैरिएंट से कई गुना अधिक हो सकती है. वैज्ञानिकों ने इस रिपोर्ट को मद्देनजर रखते हुए वैक्सीनेटेड लोगों को भी विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है. जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय को सलाह देने वाले जापानी वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में बताया है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट अपने शुरुआती चरणों में अब तक के सबसे खतरनाक माने जा रहे डेल्टा वैरिएंट की तुलना में 4.2 गुना अधिक संक्रामक मालूम हो रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस अध्ययन से प्राप्त जानकारियां चिंता बढ़ाने वाली हैं, ऐसे में सभी लोगों को इस वेरिएंट से सुरक्षा के उपायों को लगातार पालन में लाते रहने की आवश्यकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन भी कर चुका है आगाह
स्वास्थ्य मंत्रालय के सलाहकार पैनल की बैठक में प्रस्तुत किए गए रिपोर्ट में बताया गया कि दुनिया के तमाम देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से बढ़ता जा रहा है. अध्ययन इस ओर संकेत करते हैं कि यह डेल्टा जैसे घातक वैरिएंट से भी अधिक संक्रामक हो सकता है. इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी आगाह किया है कि यह वैरिएंट गंभीर परिणामों का कारण बन सकता है.