-दिल्ली में हुआ अलंकरण समारोह- दो
– राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया वीरों का सम्मान
-लांस नायक संदीप सिंह, सब इंस्पेक्टर इमरान हुसैन टाक हुए शौर्य चक्र से सम्मानित
नई दिल्ली। (एजेंसी)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह- दो में कई शूरवीर जवानों को सम्मानित किया. 2018 में जम्मू-कश्मीर में एक आॅपरेशन में विदेशी आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए 4 पैरा (विशेष बल) के लांस नायक संदीप सिंह को शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर को पुरस्कार दिया. इससे पहले वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान को उनके अदम्य शौर्य और साहस के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वीर चक्र से सम्मानित किया. अभिनंदन ने 2019 में पाकिस्तान के साथ हवाई संघर्ष के दौरान दुश्मन के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था और उन्हें उस देश में तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा गया था. पुरस्कार के साथ दिए गए प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि वायुसेना के लड़ाकू पायलट को हवाई संघर्ष के दौरान ‘कर्तव्य की असाधारण भावना’ प्रदर्शित करने के लिए भारत के तीसरे सबसे बड़े युद्धकालीन वीरता पदक से सम्मानित किया गया है. इस महीने की शुरूआत में, वायुसेना ने वर्धमान की पदोन्नति ग्रुप कैप्टन के रूप में की थी. पाकिस्तान के साथ हुए हवाई संघर्ष के दौरान उनकी रैंक विंग कमांडर की थी. राष्ट्रपति भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए. इस अवसर पर कई अन्य सैन्य अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया.
पंजाब रेजिमेंट के सिपाही ब्रजेश कुमार
राष्ट्रपति ने भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट के सिपाही ब्रजेश कुमार को 2018 में जम्मू-कश्मीर में एक आॅपरेशन के दौरान अ++ श्रेणी के आतंकवादी को मारने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी श्वेता कुमारी को पुरस्कार दिया.
55वीं राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही हरि सिंह
इसके अलावा 55वीं राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही हरि सिंह को 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकवादी को मारने और एक अन्य को घायल करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. यह पुरस्कार उनकी पत्नी राधा बाई को दिया गया.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर इमरान हुसैन टाक
जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर इमरान हुसैन टाक को 2017 में श्रीनगर में गोली लगने के बावजूद एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर को मारने और एक अन्य को गिरफ्तार करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी गुलनाज अख्तर ने दिल्ली में राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया.
जम्मू-कश्मीर के एसपीओ आशिक हुसैन मलिक
जम्मू-कश्मीर के एसपीओ आशिक हुसैन मलिक को 2018 में अनंतनाग में एक आॅपरेशन के दौरान भारी हथियारों से लैस 4 आतंकवादियों को मारने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति ने उनके माता-पिता मकबूल मलिक और शहजादो बानो को पुरस्कार दिया.
शहीद मेजर ढौंडियाल को मरणोपरांत शौर्य चक्र
देहरादून। 2019 में पुलवामा में 5 आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। सोमवार को दिल्ली में आयोजित अलंकरण समारोह में उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट नितिका कौल और मां ने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया। दून निवासी विभूति ढौंडियाल ने पुलवामा हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ चले आॅपरेशन में 5 आतंकवादियों को मार गिराया था।
महाराष्ट्र के मेजर महेश को मिला शौर्य चक्र
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र के मेजर महेशकुमार भूरे को सोमवार को शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया. मेजर भूरे ने उस अभियान का नेतृत्व किया था, जिसमें छह आतंकवादी कमांडर मारे गए थे. मेजर भूरे तीन साल पहले के इस अभियान के दौरान भारतीय सेना के कैप्टन थे. उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित रक्षा अलंकरण समारोह में पदक प्रदान किया गया. मेजर भूरे (30) महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया. वह 2014 में सेना में शामिल हुए. इस अभियान में मेजर भूरे के साथी रहे लांस नायक नजीर अहमद वानी को पिछले साल मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था.