नागपुर।(नामेस)।
नागपुर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छापामार कार्रवाई कर नागपुर सुधार प्रन्यास पूर्व विभाग कलमना में कार्यरत एक चपरासी को 15000 की रिश्वत लेते हुए बुधवार को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी विजय गौरी नंदन सिंह चौहान (50) है. जिसने शिकायतकर्ता से उसके प्लॉट के डिमांड व आर.एल. लेटर निकाल कर देने के बदले में 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी.शिकायतकर्ता सेवानिवृत्त कर्मचारी है. फरियादी ने 2007-08 में दो प्लॉट खरीदे थे. दोनों प्लाट के डिमांड लेटर व आर.एल. लेटर प्राप्त करने के लिए शिकायतकर्ता ने 27 अप्रैल व 4 अक्तूबर को नागपुर सुधार प्रन्यास पूर्व विभाग कलमना के विभागीय कार्यालय अधिकारी के कार्यालय में आवेदन दिया था. आवेदन देने के बाद कोई भी कार्रवाई नहीं हुई थी. फ़रियादी की जान पहचान चपरासी विजय चौहान से हुई थी. चौहान ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया था कि वह एक महीने में उसका काम करके दे सकता है. जिसके बाद चपरासी चौहान ने शिकायतकर्ता को कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया.चौहान ने चालान के 17 हजार रुपए की मांग की. परंतु इस दिन फ़रियादी के पास उतने पैसे नहीं होने के कारण उसने 4 हजार आरोपी विजय को दिए और बाकी के बचे 13 हजार रुपये उसने अगले दिन खामला चौक पर आरोपी को दिए. हालांकि तब चौहान ने उस की कोई भी रिसिप्ट फरियादी को नहीं दी थी और उसी दौरान आरोपी चपरासी ने फरियादी को दोनों प्लॉट के डिमांड व आर.एल. लेटर निकाल कर देने के बदले में 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी. रिश्वत देने की इच्छा न होने के चलते ही फरियादी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से कर दी थी.