हिंगणघाट।
निसर्गसाथी फाउंडेशन द्वारा सितंबर माह तितली माह के रूप में मनाया गया। इस माह निसर्गसाथी फाउंडेशन के तितली अभ्यासक रश्मी चंदनखेडे के पहल से बटरफ्लाय वाक का आयोजन किया गया। साथ ही बटरफ्लाय माह निमित्त तितलियों का जतन, संवर्धन होकर जनजागृती करने तितली चित्रकला, निबंध, छायाचित्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस में क्रम अव्वल स्पर्धको को निसर्ग साथी फाउंडेशन द्वारा प्रमाणपत्र, स्मृतिचिन्ह देकर मान्यवरो के हस्ते सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान पर निसर्ग साथी फाउंडेशन के प्रभाकर कोलसे, अतिथी स्नेहल नर्सरी के वनश्री दिंगबर खांडरे, न प हिंगणघाट के विशाल ब्राम्हमणकर, निसर्ग साथी फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रविण कडु, हभप बोळवटकर थे। कार्यक्रम प्रास्ताविक प्रविण कडु ने तो संचालन नियाजुद्दीन सिद्धीकी ने किया। आभार रश्मी चंदनखेडे ने माना। कार्यक्रम की सफलता के लिए निसर्ग साथी फाउंडेशन के राकेश झाडे, गुणवंत ठाकरे, डॉ बालाजी राजुरकर, प्रा सुलभा कडु, अनिल कानकाटे, संगीता मसकर, परिक्षीत ढगे, नियाझुउद्दीन सिद्दीकी, अरविंद दहापुते, किशोर उकेकर, रश्मी चंदनखेडे, परिमल शेंडे, राजश्री विरुलकर आदी ने परिश्रम लिया। निसर्ग साथी फाउंडेशन के द्वारा आयोजित तितली माह निमित्त बटरफ्लाय वाक का आयोजन स्नेहल नर्सरी हिंगणघाट में किया गया था। बटरफ्लाय वाक के दौरान तितलियों के प्रजाती दर्ज की गई। निसर्ग साथी फाउंडेशन की तितली अभ्यासक रश्मी चंदनखेडे के मार्गदर्शन में हिंगणघाट यहां के स्नेहल नर्सरी में ‘बटरफ्लाय वाक’ उपक्रम अमल में लाया गया। इस अवसर पर उपस्थित छात्रों तथा दर्शकों को तितलियों के बारे में मार्गदर्शन किया गया। इमीग्रंट, कामन ग्रास यलो, टावनी कोस्टर, लाईम बटरफ्लाय, ग्रेट एगफ्लाय, इविनींग ब्राउन बटरफ्लाय, कामन मारमान, टेलड जय, ब्राईट बबुल ब्लु, डार्क ग्रास ब्लु, ग्राम ब्लु, झेब्रा ब्लु, ब्लु टायगर इत्यादि तितलियों की आकर्षक प्रजाती देखने मिली। तितली अभ्यासक रश्मी चंदनखेडे, प्रविण कडु ने तितलियां दिखाते हुए तितलीयोक होस्ट प्लांट के बारे में जानकारी दी। बटरफ्लाय माह में हिंगणघाट परिसर में 20 तितली प्रजाती दर्ज की गई।