दिग्रस।
शनिवार की दोपहर गुटखा एवं तम्बाखुयुक्त पदार्थो से लदा एक ट्रक दिग्रस पुलीस के हत्थे चढ़ा है। खबर लिख़ने तक पकड़े गए गुटखा एवं तम्बाखु मिश्रित पदार्थो की कीमत 4 लाख रुपये तक बताई गयी है। जबकि देर शाम तक उक्त मामले में जांच जारी थी। इस संदर्भ में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अमरावती के विजय गुड्स गॅरेज से कई तरह के सुपारी युक्त माल से लदा ट्रक आज शनिवार, 23 अक्तूबर 2021 की दोपहर करीब 3 बजे नए बस स्टैंड रास्ते से शहर में दाखिल हो रहा था। इस दौरान दिग्रस पुलीस ने उक्त ट्रक को रोका और पूछताछ शुरू की ट्रक के ड्राइवर ने समाधनपूर्ण जवाब नही दिए, जिस वजह से पुलीस ने ट्रक को दिग्रस पुलीस थाने में ला खड़ा किया। और जांच पड़ताल के दौरान ट्रक में रखी प्लास्टिक की बोरियों से तंबाखुयुक्त पदार्थो के साथ ही गुटखे का माल बरामद हुआ। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान गुटखे का माल बेहद होशियारी से ट्रक के अंदर छुपाया गया था। ऐसे में दिग्रस पुलिस ने अन्न एवं आपूर्ति प्रशासन के अधिकारियों को इस बाबत सूचना दी, जिसके बाद उक्त विभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर कार्रवाई की कमान संभाली। उक्त मामले में शाम खबर लिखने तक 4 लाख रुपये का माल बरामद हुआ था, वहीं देर शाम तक गुटखे एवं तंबाकूयुक्त पदार्थो की छानबीन जारी थी। मालूम हो कि अवैध रूप से शहर में दाखिल हुए गुटखे का ट्रक पकड़े जाने से शहर में चर्चाओ का दौर चल पड़ा है।
यह कोई पहली घटना नही-
शहर में गुटखे से लदा ट्रक का पकड़ा जाना कोई पहली घटना नही है, इसके पहले भी कई बार बड़े पैमाने पर गुटखा पकड़ा गया था, लेकिन बावजूद इसके शहर में छुपे तरीके से जारी गुटखे की बिक्री पर इसका कोई खास फर्क नही पड़ा था। संबंधित अन्न एवं आपूर्ति विभाग की अनदेखी से गुटखे का व्यापार खूब फल फूल रहा है। बहरहाल देखना होगा के शनिवार को पकड़े गए ट्रक से बरामद हुए गुटखे की कुल कीमत सहित उक्त कारवाई में और क्या क्या जानकारी निकल कर सामने आती है।
कहीं सेटिंग की तैयारी तो नही थी?
मालूम हो कि दारव्हा उपविभागीय पुलिस ने इस मामले में कारवाई की है।ऐसे में जैसे ही गुटखे से लदा ट्रक दिग्रस पुलीस थाने में आ धमका तब एक पत्रकार ने उस ट्रक की फ़ोटो लेनी चाही, लेकिन उसी वक़्त सहायक पुलीस निरीक्षक सांगले ने उस पत्रकार का मोबाइल छीन लिया। आख़ीर सांगले नामक पुलीस अधिकारी ने क्यो पत्रकार का मोबाइल जबरन छीना ? यह बात समझ से परे है, लेकिन इस हरकत से इस मामले में सेटिंग कर मामला रफा दफा करने की कोई योजना तो नही थी इस आशय का संदेह गहरा रहा हैं।