दिग्रस।
यवतमाल जिले के दिग्रस शहर का ट्रैफिक पुलिस विभाग इन दिनों मानो गहरी मीठी नींद में है।जिसकी बदौलत शहर के प्रमुख चौक चौराहो पर ट्रैफिक की समस्या दिन ब दिन जटिल होती जा रही है।शहर के बाजारों,चौक चौराहो और सड़को पर बीचो बीच बेतरतीब ढंग से खड़े ऑटो,ऐपे जैसे सवारी वाहनो सहित अन्य चार पहिया और दुपहिया वाहन यातायात की मुश्किलें बढ़ा रहे है,तो कहीं पर मवेशी और पालतू जानवर आवाजाही वाले रास्ते पर अपना डेरा जमाये नजर आते है। आरणी नाका पुल से बाजार लाइन की ओर जा रहे रास्ते पर और छत्रपति शिवाजी महाराज चौक,मानोरा चौक आदि जगहों पर ट्रैफिक की समस्या बनी हुई है। ट्रैफिक पुलीस विभाग की लापरवाही से शहर के लगभग सभी चौक चौराहो पर यही मंजर देखने मिल रहा है।
क्या चौक चौराहे केवल फ्लेक्स और बैनर लगाने के लिए बने है ?-
ऐसा नही है के शहरभर में हर जगह नजर आ रही ट्रफिक की इस समस्या से जनप्रतिनिधि अंनजान है उन्हें सब कुछ दिख रहा है लेकिन शायद शहर के चौक चौराहो से उनका लगाव, उनका प्रेम केवल मौका देख कर भव्य फ्लेक्स, बैनर और होर्डिंग लगाने तक ही सीमित है? ऐसा सवाल उठना लाजमी है। इस स्थिति से साफ हो जाता है कि दिग्रस शहर पुलिस का ट्रैफिक विभाग और शहर के जिम्मेदार नेता सब कुछ जानते बुझते इस स्थिति की ओर आंख मूंद कर बैठे है। यही अनदेखी आगे भी बरकरार रही तो आनेवाले दिनों में किसी दिन बड़े सड़क हादसे किस सम्भावना को नकारा नही जा सकता।