-कुमाऊं में टूटा 124 साल का रिकॉर्ड
-राहत कार्य में जुटी हैं एसडीआरएफ की टीम
देहरादून. उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते हालात बेहद खराब हो गए हैं. यहां मंगलवार को 11 और लोगों की मौत हो गई. सबसे ज्यादा कुमाऊं क्षेत्र प्रभावित है, जहां कई मकान जमींदोज हो गए हैं और मलबे में कई लोग दबे हुए हैं. नैनीताल का संपर्क राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है. यहां तक आने वाली तीनों सड़कें भूस्खलन के चलते ब्लॉक हो गई हैं. वहीं भारी बारिश के चलते नैनीताल जिले में काठगोदाम रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली रेलवे लाइन भी बह गई है.मौसम केंद्र के मुताबिक इस बारिश ने कुमाऊं अंचल में 124 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इस दौरान कुमाऊं के कुछ इलाकों में 500 मिलीमीटर तक रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई. पिछले 48 घंटे में बारिश के चलते 27 लोगों की मौत हो गई है. अकेले कुमाऊं में ही 17 लोगों की मौत की खबर है. वहीं नैनीताल में 13, अल्मोड़ा में 4, उधमसिंहनगर और अल्मोड़ा में 1-1 लोग लापता भी हैं. वहीं सोमवार को पौड़ी में 3, चंपावत में 2 और पिथौरागढ़ में 1 व्यक्ति की मौत हो गई थी.स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स राज्य में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रही है. टीम ने सोमवार रात राज्य में अलग-अलग जगहों पर ऑपरेशन करके 50 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया. इनमें केदारनाथ मंदिर से लौट रहे श्रद्धालु भी शामिल हैं जो रास्ते में फंस गए थे. उत्तराखंड पुलिस के साथ मिलकर एसडीआरएफ ने सोमवार को केदारनाथ से लौट रहे 22 श्रद्धालुओं को बचाया, जो जंगल में फंसे हुए थे. टीम ने चार मजदूरों को भी बचाया, जो मलबे में दबे थे.
सीएम ने किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा
मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री ने भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि जल्द ही सेना के हेलिकॉप्टर यहां मदद और राहत पहुंचाने के लिए पहुंच जाएंगे. इनमें से दो हेलिकॉप्टरों को नैनीताल और एक को गढ़वाल भेजा जाएगा. सीएम ने चारधाम यात्रियों से अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रुक जाएं और मौसम साफ होने के बाद ही यात्रा को दोबारा शुरू करे.
मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा
राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं नुकसान होने पर एक लाख की मदद देने की बात कही है.
तीन दिन का हाई अलर्ट
मौसम विभाग ने चमोली में तीन दिन के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए अस्थाई तौर पर केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी है. सीएम धामी ने श्रद्धालुओं से कुछ दिनों के लिए चारधाम यात्रा टालने की अपील की है. सोनप्रयाग में रोके जा रहे तीर्थयात्री को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है. वहीं, बाबा केदार का अब तक 90 हजार के करीब तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं.
पीएम ने की सीएम धामी और मंत्री भट्ट से बात
पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट से फोन पर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने राज्य में बारिश और आपदा का अपडेट लिया. बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पीएम ने कहा कि राज्य में हो रही भारी बारिश को देखते हुए केंद्रीय एजेंसियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.