भंडारा।
सद्भावना यात्रा का मुख्य उद्देश्य कई भाषाओं में और कई रूपों में एकता के संदेश के माध्यम से लोगों और सामाजिक सेवाओं को जोड़ना है।भारतीय स्वतंत्रता के अमृत और बांग्लादेश की स्थापना की स्वर्ण जयंती के अवसर पर 75 दिनों में अहमदनगर से बांग्लादेश नौसेना तक की यात्रा तीन हजार किलोमीटर की यात्रा है। 15 दिन बाद भंडारा में सद्भावना यात्रा शुरू हुई। भंडारा स्थित अग्रेसन भवन में सामाजिक कार्यकर्ता पवन मस्के और आदर्श युवा मंच ने उनका स्वागत किया। कुछ विकलांग लोग भी इस यात्रा में शामिल होते हैं। उनके साथ कुछ खूबसूरत पल, उनके साथ भोजन, गायन, मनोबल बढ़ाने के लिए उनके साथ समय। उन्होंने एक अनोखे अंदाज से उनका स्वागत भी किया। यात्रा की ओर से पवन मस्के समाजसेवक को भी लोगों ने सम्मान प्रमाण पत्र और मान्यता प्राप्त प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। इस मौके पर आदर्श युवा मंच के पदाधिकारी अशोक खोबरागड़े, बल्लू लुटे मौजूद थे। पवन मुस्के ने सद्भावना यात्रा में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत किया और उन्हें उनके स्वार्थ के लिए फल दिए। साइकिल यात्रा महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, उड़ीसा और बंगाल राज्यों से होकर जाएगी। अंतिम 18 दिन बांग्लादेश में व्यतीत होंगे। यह बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती है। इस अवसर पर संविधान के मूल बिंदुओं को साकार करते हुए इस चक्र यात्रा के माध्यम से दोनों देशों में स्वतंत्रता आंदोलन की भावना का जागरण शुरू हो गया है।