नागपुर।(नामेस)।
सीसीटीवी फुटेज और गुप्त सूचना की मदद से तहसील पुलिस ने कई मामलों में अभियुक्त एक ‘वांछित’ चोर को गिरफ्तार किया है। सुरेंद्र उर्फ कल्लू लीलाधर होले (19) गिरफ्तार किए गए चोर का नाम है और वह टिमकी का निवासी है। पूछताछ में पता चला है कि वह 14 मामलों में अभियुक्त है। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने तीन दोपहिया वाहन समेत 60 हजार पांच सौ रुपए मूल्य का सामान भी जब्त किया है।कल्लू के खिलाफ शहर के विभिन्न पुलिस थानों के अंतर्गत घटे 14 मामले दर्ज हैं। इनमें से 10 मामले अकेले तहसील थाने के अंतर्गत दर्ज हैं। नंदनवन, लकड़गंज, अंबाझरी और हुडकेश्वर में भी उसके खिलाफ एक-एक मामला दर्ज है। विशेष रूप से, इनमें से 6 अपराध उसने तब किए थे जब वह नाबालिग था। नालसाहेब चौक से चोरी के दोपहिया वाहन की जांच करते हुए तहसील पुलिस कल्लू तक पहुंची। 22 अगस्त को पारडी के भांडेवाड़ी निवासी नागेश अमरसिंह सोनकर (25) ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे अपना दोपहिया वाहन चलाया था। शिल्पा फुलारे के अस्पताल के सामने मेडिकल स्टोर के निकट उसने गाड़ी खड़ी की और किसी काम से चला गया। दोपहर करीब दो बजे जब वह लौटा तो उसका वाहन वहां नहीं था। उसने वाहन की बहुत तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला।इसके चलते नागेश ने वाहन चोरी की शिकायत तहसील थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने जांच प्रारंभ की। इलाके के सभी चौकों और आसपास के घरों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई। एक फुटेज में कल्लू की शक्ल से मिलता जुलता एक युवक चोरी करते हुए साफ साफ नजर आया। पुलिस ने मुखबिरों को काम पर लगाया और जल्द पता चला कि चोरी के पीछे कल्लू का ही हाथ है। जब कल्लू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने नागेश की गाड़ी चोरी करने की बात कबूल कर ली।आगे की जांच करने पर, उसने कहा कि उसने दो और दोपहिया वाहन चुराए हैं। पुलिस ने उसकी सूचना के आधार पर पर तीनों दोपहिया वाहनों को जब्त कर लिया है। उसके आपराधिक रिकॉर्ड की बारीकी से जांच करने पर पता चला कि कल्लू सक्करदरा क्षेत्र के एक पान ठेले में चोरी के एक मामले में भी अभियुक्त था। तहसील सहित शहर के कई अन्य थानों के अंतर्गत भी उसे कई मामलों में शामिल पाया गया।यह भी पता चला है कि वह नाबालिग होने के बाद से ही चोरी में सक्रिय हुआ। पुलिस निरीक्षक भंडारकर, बबन येगे, सहायक पुलिस निरीक्षक संदीप बागुल, सहायक पुलिस निरीक्षक स्वप्निल बाग, संजय दुबे, प्रदीप सोनटक्के, अनंत नन्हे, प्रशांत चव्हाणे द्वारा एसीपी संजय सुर्वे के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई।