हिंगणघाट।
पिछले माह भर से लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से सोयाबीन, कपास, जवारी आदि फसल भारी मात्रा में बर्बाद हुई। जिले में सभी ओर लगातार हो रही बारिश से खेतों में अनेक जगह पानी भरा पड़ा है। जिससे किसान परेशान होकर उसपर संकट का पहाड़ टूटा है। इसे देखते हुए जिले में गीला अकाल घोषित करने की मांग मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री को राष्ट्रवादी पदवीधर संघ ने उपविभागिय अधिकारी द्वारा दिए ज्ञापन में की गई। लगातार की बारिश से सोयाबीन को अंकुर फुट गए है। कपास कि बोंड झड़ने लगी है। बीच बीच में आए चक्र वात से फसल जमीन पर आ गई है। खरीप हंगाम की शुरुवात रोहिणी और मृग नक्षत्र में हुई। जिस वजह से फसल की बुआई अच्छी होकर फसल भी अच्छी पनपने लगी थी। लेकीन आसमानी संकट के चलते अब फसल किसानों के हाथ से फिसल गई है। लेकीन अगस्त माह से सुरु हुई बरसात ने किसानों की हालात खराब करना शुरू दिया। इस तरह से किसान चारो तरफ से संकट में घिर चुका है। आसमानी संकट से निजात दिलाने अब केवल सरकार का ही सहारा बचा है। इन संकट ग्रस्त किसानों को सहायता का हाथ देने वर्धा जिला को गीला अकाल घोषित करके ही राहत दि जा सकती है, ऐसा ज्ञापन में कहा गया है। ज्ञापन राष्ट्रवादी जिला पदविधर संघ अध्यक्ष मनोज बुरीले के नेतृत्व में कार्यकता ने दिया।