सोंटू जैन ने आखिरकार कोर्ट में किया आत्मसमर्पण

आॅनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी में 58 करोड़ की ठगी करनेवाले बुकी अनंत उर्फ सोंटू जैन ने सोमवार को अदालत में समर्पण कर दिया. समर्पण के बाद पुलिस ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में लिया है.
9 अक्तूबर को सर्वोच्च न्यायालय ने सोंटू को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर समर्पण के लिए 7 दिनों की मोहलत दी थी. इसके आधार पर वह दोपहर 1 बजे सत्र अदालत में पेश हुआ. उसके बाद अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का निर्देश दिया है. पुलिस ने उसे पुलिस हिरासत में देने का अनुरोध किया. अदालत ने उसे 21 अक्तूबर तक पुलिस हिरासत दे दी.
सोंटू की गिरफ्तारी से प्रकरण में लिप्त 50 से अधिक लोगों की भूमिका पता चल सकती है. उसका भाई धीरज उर्फ मोंटू भी आरोपी है. सोंटू को भगाने में मदद करनेवाला गोंदिया का अपराधी विक्की यादव भी नहीं मिला है. पुलिस को अब तक की जांच सोंटू के विक्रांत अग्रवाल के अलावा भी कई लोगों से ठगी किए जाने का पता चला है. गोंदिया के अमित उर्फ चीमा अग्रवाल ने सोंटू के पास 50 लाख रुपए गवाए है. बाद में चीमा सोंटू के लिए काम करने लगा था.
सोंटू खुद का एप्प इंडिया एक्सचेंज डॉट कॉम चलाता था. सोंटू के कृत्य में उसके परिजन भी लिप्त है. अबतक सोंटू से नकदी, सोना-चांदी के तौर पर 32 करोड़ रुपए की बरामदगी हुई है. 80 करोड़ से अधिक की अचल संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं.
हालांकि इससे पहले पेशी के दौरान पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सोंटू जैन ने किसी भी पुलिस के द्वारा पूछे गए प्रश्न का सीधा उत्तर नहीं दिया था लिहाजा अब पुलिस द्वारा इस मामले में बारीकी से जांच करने वाली है।

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