हिंगणघाट।
हिंगणघाट तहसील के गटग्रामपंचायत उमरी (येडे) के सुलतानपूर व (पारधी बेडा) वासीयों ने ग्रामपंचायत प्रशासन को बारबार निवेदन व फोन पर बोल कर भी समस्या सुलझाने की और ध्यान नहीं दिए जाने पर गाववालों ने अनशन शुरू कर दी या है। गांव में नाली नही, जो हैं वो साफ नही की जाती। उस वजह से जगह जगह पाणी ज मा होके गंदगी का साम्राज्य निर्माण हो रहा है। साथ ही बड़े प्रमाण में डेंग्यू का संसर्ग सुरू है। गांव में दूर से पानी लाना पड़ता हैं। जिस वजह से जगह जगह गड्डे हो गए है। लेकीन उसे कोई भी बुझाने तयार नहीं। जिला परिषद स्कूल में नल कनेक्शन नहीं दिया गया। इस वजह से स्कूल के छात्र पानी पीने यहां वहा भटकते है।कई साल से पोल लाईट की सुविधा नही। सरपंच अर्चना अंकुश चेले व ग्रामसेवक चंदू तपासे भी इस और ध्यान देने तयार नहीं। पारधी बेडा से 2017-2018 व 2018-2019 में पानी पट्टी कर के 720 रुपये होने पर 1020 रुपये लिए जाते है। सरपंच अर्चना चेले और पति अंकुश चेले पारधी बेड़े पर पानी के लिए 500 रुपये की मांग करते है। इन दोषीयो पर कार्रवाई करने की मांग भी की गई है। अनंता वायसे के नेतृत्व में ग्रामपंचायत के सामने अनशन किया जा रहा है। जिसका ज्ञापन सरपंच ग्रामसेवक और सदस्य को दिया गया है। इस प्रसंग पर अनता वायसे, नरेश डहाने, भुषण निशाणे, गजानन येलेकर, सूरज आटोले, कुणाल नागठाणे, अनिकेत चिंचुलकर, शुभम भोयर, रोशन निशाणे, सुदन भगत, भागवत भोयर, आकाश भगत, प्रेम साबले, अमोल येडे, प्रवीण चिंचुलकर, उत्तम आटोले, रुपेश भोयर, शुभम गलांडे, कुणाल सातारकर, शांताराम चिंचुलकर, रोशन भोयर, मंगेश भगत, नितेश चिंचुलकर, प्रमोद येलेकर, दीपक चिंचुलकर, रविकांता येलेकर व गावकरी नागरिक उपस्थित थे।