एमआईडीसी में पुलिस सिपाही की पत्नी और बच्चों को घर में बंधक बनाकर जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। मंगलवार की तड़के हुई इस वारदात से परिसर में दहशत मची हुई है। पुलिस हत्या के प्रयास तथा आगजनी का मामला दर्ज कर आरोपियों की खोज में जुट गई है।
उसने कछ संदिग्धों की पहचान कर ली है। ज्ञानदीप कॉलोनी के पास रहनेवाला राहुल चव्हाण शहर पुलिस में सिपाही है। कुछ दिनों से उसकी वानाडोंगरी स्थित आईटीआई के कोविड सेंटर में ड्यूटी लगाई गई है। सोमवार को राहुल की नाइट ड्यूटी थी। वह रात को ड्यूटी के लिए चला गया।
इसके बाद घर में राहुल की पत्नी पूनम, छह साल का बेटा राघव और तीन साल का केशव घर में था। राहुल के जाने के बाद तीनों सो गए। रात करीब २.३० बजे अज्ञात आरोपी राहुल के घर पहुंचे। उसकी पत्नी और बच्चों की हत्या करने के इरादे से उन्होंने घर के दोनों दरवाजे की कुंडी बाहर से लगा दी। इसके बाद मिट्टी तेल अथवा पेट्रोल से भीगे कपड़े दरवाजे और किचन में लगा लगाकर फरार हो गए। घर मेंधुआं फैलने से पूनम की नींद खुल गई। आग की लपटें देखकर वह बेटों को स्नानगृह में ले गई।उसने राहुल और पड़ोसी मामा नामदेव को घटना की सूचना दी, मामा वहां पहुंच गए। उन्होंने पड़ोसियों की मदद से आग बुझाने का प्रयास कर दरवाजा तोड़कर पूनम और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने पुलिस और दमकल को सूचना दी। पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए हत्या के प्रयास तथा आगजनी का मामला दर्ज किया है। पुलिस को रंजिश के चलते किसी करीबी के वारदात को अंजाम दिए जाने का पता चला है।