एंटी करप्शन ब्यूरो ने सोमवार को सावनेर तहसील कार्यालय के राजस्व सहायक सहित 2 लोगों को 55,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया . जमीन का एनएटीपी करने के लिए दोनों ने रिश्वत की मांग की थी पकड़े गए आरोपियों में राजेंद्र जीवन उबाले ( 52 ) और उसके हेल्पर शुभम सुभाष साबले ( 23 ) का समावेश है।
राजेंद्र तहसील कार्यालय में राजस्व सहायक पद पर कार्यरत है . उसने अपने कामों के लिए शुभम को हेल्पर के तौर पर रखा था शिकायतकर्ता नागपुर के फरीदनगर में रहते हैं और खेती करते हैं . उनके पिता की सावनेर की मौजा कवड़स में 0.56 हेक्टेयर खेत जमीन है . इसमें से 0.10 हेक्टेयर जमीन का उन्हें व्यावसायिक उपयोग करना था . उनके पिता ने सावनेर तहसील कार्यालय में जमीन का हिस्सा एनएटीपी करने के लिए आवेदन दिया था . उनके आवेदन पर क्या कार्रवाई हुई , जानने के लिए शिकायतकर्ता उबाले से मिलने गए . उन्होंने शुभम से बात करने को कहा .शुभम ने 0.10 हे . जमीन का एनएटीपी करवाने की एवज में 60,000 रुपये की मांग की . पीड़ित व्यक्ति ने एसीबी से शिकायत की . एसीबी द्वारा शिकायत की छानबीन की गई जिसमें साफ हो गया कि उबाले और शुभम ने रिश्वत की मांग की आरोपियों से मिलने कार्यालय में गए . वहां है.सोमवार को शिकायतकर्ता दोबारा एसीबी टीम ने पहले से जाल बिछा रखा था . शुभम ने रिश्वत की मांग की.इतने पैसे देने में असमर्थता दिखाने पर शुभम 55,000 रुपये लेने पर मान गया.जैसे ही उसने रिश्वत की रकम ली एसीबी की टीम ने दबोच लिया . उबाले के कहने पर ही शुभम ने रकम ली इसके पर्याप्त सबूत एसीबी के हाथ लग चुके थे . इसीलिए दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया . दोनों दोनों के खिलाफ सावनेर थाने में मामला को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा.एसपी रश्मि नांदेड़कर और एडिश्नल एसपी मिलिंद तोतरे के मार्गदर्शन में डीवायएसपी संदीप जगताप , हेड कांस्टेबल प्रवीण पडोले , कांस्टेबल मंगेश कलंबे , पंकज घोड़के , अनिल बहिरे , हरीश गांजरे , दीपाली भगत और सदानंद सिरसाट ने कार्रवाई को अंजाम दिया .