नई दिल्ली। (एजेंसी)।
महिला सैन्य अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने को लेकर सेना को अवमानना चेतावनी के बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को आश्वस्त किया है। केंद्र ने कहा कि सभी पात्र महिला सैन्य अधिकारियों को स्थायी कमीशन दिया जाएगा। केंद्र ने शीर्ष कोर्ट से वादा किया कि उन 11 महिला सैन्य अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने पर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा, जिन्होंने स्थायी कमीशन को लेकर सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है। अक्तूबर में भारतीय सेना ने 39 महिला अधिकारियों को स्थायी (परमानेंट) कमीशन प्रदान किया था। सेना के अधिकारियों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने सेना से इन अधिकारियों को एक नवंबर तक स्थायी कमीशन देने का निर्देश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने 22 अक्तूबर को सात कार्यदिवस के भीतर 39 महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने का निर्देश दिया था। शीर्ष अदालत ने यह आदेश तब दिया था, जब केंद्र सरकार ने बताया था कि अदालती आदेश के तहत 71 सैन्य अधिकारियों में से 39 अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने के योग्य पाया गया है। न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय पीठ ने इन सभी 39 महिला सैन्य अधिकारियों को एक नवंबर तक स्थायी कमीशन प्रदान करने के लिए कहा था। 22 अक्तूबर को केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के बताया था कि स्थायी कमीशन के लिए 72 महिला आवेदकों में से एक ने खुद सेवामुक्त होने का निर्णय लिया है। बाकी 71 महिला अधिकारियों में से 7 को चिकित्सकीय रूप से अनफिट करार दिया गया, जबकि 25 अधिकारियों को अनुशासन सहित अन्य कारणों के कारण स्थायी कमीशन के योग्य नहीं माना गया है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट के खिलाफ राजस्थान में शुक्रवार को चार शहरों में पुलिस से शिकायत की गई है। जयपुर कोतवाली और जोधपुर के शास्त्रीनगर थाने में मुकदमा दर्ज भी हो गया है, जबकि उदयपुर के सुखेर थाने और चूरू कोतवाली की पुलिस शिकायतों की जांच कर रही है। जयपुर में शहर महिला कांग्रेस ने कोतवाली थाने में रनोट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।