कुनबी सहित अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) समाज ने मराठा समाज को कुनबी जाति का प्रमाणपत्र देने का कड़ा विरोध किया है. साथ ही चेतावनी भी दी है कि चाहे कुछ भी हो जाए, सरकार को मराठा समाज की यह मांग नहीं माननी चाहिए.
मनोज जरांगे पाटिल ने मराठा समाज को एक जैसा कुनबी जाति का प्रमाणपत्र देने की मांग की है. इस मांग का विरोध करते हुए सर्वशाखीय कुनबी ओबीसी आंदोलन कृति समिति की ओर से रविवार से संविधान चौक पर अनिश्चितकालीन (बेमुद्दत) धरना शुरू किया गया. पहले ही दिन इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कुनबी समाज के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. संविधान चौक पर प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आंदोलन किया जाएगा.
इस बीच, कांग्रेस नेता और राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार ने आंदोलन-स्थल का दौरा किया और ओबीसी समाज के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की. साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि मराठा समाज को कुनबी जाति का एक जैसा प्रमाणपत्र देने के सरकार के निर्णय का वे विरोध करते हैं. उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर सरकार ऐसा कोई निर्णय लेती है, तो उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा.
वडेट्टीवार धरना स्थल पर मंच पर नहीं बैठे थे. इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा, यह आंदोलन राजनीतिक नहीं है, यह ओबीसी समाज का आंदोलन है, इसलिए मैं लोगों के साथ बैठा हूं.मराठों को ओबीसी कोटे से आरक्षण न दिया जाए
इस दौरान राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के नेता प्रो. बबनराव तायवाडे भी मौजूद थे. उन्होंने कहा, कुनबी जाति ओबीसी की एक घटक है. इसलिए समाज उनके साथ खड़ा है. हम मराठों को कुनबी जाति का एक जैसा प्रमाणपत्र देने के खिलाफ हैं. उन्होंने दोहराया कि सरकार को जरांगे की यह मांग नहीं माननी चाहिए, मराठों को अलग से आरक्षण दिना जाना चाहिए, ओबीसी कोटे से उन्हें आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए. पहले दिन आंदोलन में सर्वपक्षीय कुनबी नेता शामिल हुए.
इस आंदोलन के माध्यम से आंदोलनकारियों ने सरकार से मांग की कि मराठा समाज को कुनबी जाति का प्रमाणपत्र न दिया जाए, ओबीसी कोटे से मराठा समाज को आरक्षण न दिया जाए, किसी दस्तावेज के आधार पर दूसरे राज्य के लोगों को जाति प्रमाणपत्र न दिया जाए, ओबीसी की जातिवार जनगणना कराई जाए, ओबीसी को 52 फीसदी आरक्षण दिया जाए और केंद्र द्वारा आरक्षण की 50 फीसदी सीमा को बढ़ाया जाए. आज से टोंगे का चंद्रपुर में अन्नत्याग आंदोलन
सर्वशाखीय कुनबी ओबीसी आंदोलन कृति समिति की सभी मांगों पर विचार कर उसे सरकार से स्वीकार करने की मांग को लेकर 11 सितंबर सोमवार से ओबीसी विद्यार्थी महासंघ के चंद्रपुर जिलाध्यक्ष रवींद्र टोंगे चंद्रपुर के जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अन्नत्याग आंदोलन करेंगे. संपूर्ण ओबीसी संगठनों ने इस अनशन कोपूर्ण समर्थन दिया है. आंदोलन में ये नेता रहे उपस्थित रविवार को आंदोलन स्थल पर पूर्व मंत्री नितिन राऊत, विधायक समीर मेघे, पूर्व विधायक दीनानाथ पडोले, पूर्व विधायक आशीष देशमुख, परिणय फुके, भाजपा के जिलाध्यक्ष सुधाकर पडोले, अशोक धवड, नरेंद्र बर्डे, पुरुषोत्तम शहाणे, अशोक यावले, नरेंद्र जिचकार, राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के सहसचिव शरद वानखेड़े, दुनेश्वर पेठे, राजेश काकड़े, गुणेश्वर आरिकर, सुरेश वर्षे सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे.
Saturday, November 23, 2024
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