नागपुर।(नामेस)। पिछले कुछ दिनों से उत्तरी सर्द हवाओं के चलते शीत लहर का कहर जारी है. न्यूनतम तापमान में गिरावट के चलते शहरवासी कड़ाके की ठंड में कांप रहे है. विदर्भ में सबसे ठंडे स्थानों में नागपुर द्वितीय स्थान पर रहा. शनिवार को न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस के साथ गोंदिया विदर्भ क्षेत्र में सबसे ठंडा स्थान रहा. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने नागपुर और विदर्भ क्षेत्र में शीत लहर के मद्देनज़र पीली चेतावनी जारी की है. स्काईमेट वेदर फोरकास्ट के अनुसार यह सर्द मौसम पश्चिमी विक्षोभ और इससे प्रेरित चक्रवाती हवाओं के कारण है. मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने नागरिकों को बीमार पड़ने से बचने हेतु गर्म कपड़े पहनने और ज़रुरत न पड़ने पर घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है.इस सप्ताह के दौरान शीतलहर की स्थिति बरकरार रहने की उम्मीद है और फरवरी के पहले हफ्ते में और ठिठुरन और भी बढ़ने की संभावना हो सकती है. शनिवार को गढ़चिरोली में 8.6 डिग्री सेल्सियस, वर्धा में 8.8 डिग्री सेल्सियस, चंद्रपुर और अकोला जिले में 9.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.पश्चिमी विक्षोभ की वजह से शीतलहर से राज्य के कई शहरों में तापमान काफी कम रहा. माैसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में विदर्भ में यवतमाल, नागपुर, बुलढाणा और गोंदिया जिलों में शीत लहर की स्थिति बरक़रार रहेगी लेकिन इसकी तीव्रता में कमी आने की संभावना है.
अगले 24 घंटों में शीत लहर से मिलेगी राहत
भारतीय मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले 24 घंटों में राज्य और विदर्भ क्षेत्र के नागरिकों को शीतलहर से राहत मिलेगी. आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम और निकटवर्ती मध्य भारत में एंटीसाइक्लोन की उपस्थिति के कारण, रात के तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होगी. आने वाले तीन से चार दिनों में न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ेगा.