कामठी।
जीते जी स्वच्छता के लिए तरसने वाले रनाला ग्रामवासियों को मरने के बाद भी गंदगी से मुक्ति नहीं मिल रही है। उपरोक्त आरोप लगाते हुए पंचायत समिति के पूर्व उपसभापति कमलाकर मोहोड़ ने कहा कि गांव के अलंकार लेआउट के सामने स्थित शमशान घाट को कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया गया है। जिससे यहां अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोगों को दुर्गध और गंदगी भरी सांसे लेनी पड़ती है। स्थानीय लोगों व सामाजिक संगठन द्वारा शमशान घाट को साफ-सुथरा एवं स्वच्छ बनाने के लिए कई चरणों में आवाज उठी, परंतु इसका निजात दिलाने के लिए कोई आगे नही आया। उन्होंने यह भी कहा कि रनाला ग्राम पंचायत ने इस गंभीर समस्या पर संज्ञान लिया है, परंतु सिर्फ कागजों में अभियान और जुबानी आदेश दिए गए हैं। जिससे आज भी शमशान घाट को समस्या से मुक्ति नहीं मिल रही है। किसी की मृत्यु के बाद अपनों को विदा करने के लिए शमशान घाट आने वाले लोगों को यहां कुछ घंटे गुजारना भी मुश्किल होता है। इस सड़क से गुजरने वाले अमूमन हर आम-खास की नजर भी शमशान घाट के इस डर्टी पिक्चर पर पड़ती है, परंतु इससे नजर फेर लेना सबकी नियति बन चुकी है। उपरोक्त संदर्भ में ग्राम पंचायत के सचिव राजू फरकाडे कहते हैं कि सचमुच यह एक गंभीर मुद्दा है। वे इस मामले पर ग्राम पंचायत प्रबंधन को ठोस कार्रवाई के लिए हरसंभव कार्य करने की बात कहेंगे।