सावनेर।
विश्व साक्षरता दिवस ऑनलाइन मनाया गया। स्कूली विद्यार्थियों ने वाचन स्पर्धा में हिस्सा लिया। कुछ विद्यार्थियों ने साक्षरता के महत्व को दर्शाते हुए भाषण भी दिए। सुन्दर हस्ताक्षर स्पर्धा के अंतर्गत भी विद्यार्थियों ने भागीदारी की। साक्षरता मिशन क्यों पूर्ण तथा सफल नहीं हो पाया, क्यों आज भी लाखों बच्चे प्रायमरी शिक्षा से वंचित है जैसे गंभीर विषयों पर भी विद्यार्थियों ने चर्चा की। साक्षरता दर कम होना नि:संदेह दुर्भाग्यपूर्ण है। असाक्षरता की वजह से ही गरीबी और बेरोजगारी की विकट समस्या से देश निरन्तर जूझ रहा हैं। साक्षरता की नई परिभाषा करनी होगी। सिर्फ पढ़ना, लिखना, बोलना आने से कोई व्यक्ति साक्षर नहीं कहा जाएगा। आय टी का ज्ञान भी उतना ही जरूरी है। स्मार्ट फोन तो सभी के पास है किन्तु उतनी ही दक्षता से फोन का उपयोग करना भी आना चाहिए। खासकर, इन दिनों जब स्कूल बंद है और विद्याथियों को ऑनलाइन पढ़ाया जा रहा है। कुछ विद्यार्थियों ने सुन्दर सुन्दर पोस्टर बनाकर साक्षरता संबंधित जागृति की। स्कूल के प्राचार्य राजेन्द्र मिश्र ने विश्व साक्षरता दिवस ऑनलाइन मना रहे सभी विद्यार्थियों के विडियो देखे और उनका अभिनंदन किया। साक्षरता को गंभीरता से लेना जरूरी है। हमारी सोच भी बदलनी होगी। हमें अनुशासन प्रिय बनना होगा।