वार्ड 11 का चौराहा बना जानलेवा

 

 

तुमसर।

तुमसर नगरसेविका के घर के पास चौराहे से लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। कई बार मौखिक शिकायत के बाद भी नगर सेवक ने जर्जर कंक्रीट के फर्श की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया। इधर, विनोबा और गोवर्धन के बीच चौराहे पर लगी कंक्रीट जमीन में घुस गई है। रात में इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों का गुस्सा शिखर तक पहुंच जाता है। पिछले सप्ताह इसी सड़क पर मुरूम से लदा एक ट्रैक्टर पलट गया। इसे डुबोते समय नाली को काट दिया जाता है। वार्ड 11 में विनोबा नगर का जो हिस्सा शिक्षक कॉलोनी है वह कई समस्याओं से त्रस्त है। कभी बारिश के पानी की तो कभी नालों की समस्या लेकिन वर्तमान में मुख्य समस्या कॉलोनी को जोड़ने वाली फोरलेन सड़क है। एक स्थानीय नगरपालिका सेवक का घर उस घातक चौक से कुछ ही दूरी पर है। इधर, स्थानीय लोगों ने अक्सर जनप्रतिनिधियों के समक्ष क्षतिग्रस्त सड़कों का मुद्दा उठाया। लेकिन समस्या ‘जैसी है’ है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है। एक ओर जहां नालों में सीवेज ढोने की जरूरत जीवन के लिए खतरा बन गई है, जिसमें कई लोगों ने अपना धैर्य छोड़ दिया है। विनोबा शहर के उस हिस्से में शिक्षकों, सरकारी कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों, व्यापारियों और राजनीतिक नेताओं की कॉलोनियां हैं। चिंपैंजी और बुजुर्गों की संख्या भी पारिवारिक है। ऐसे में क्षतिग्रस्त चौराहा संवेदनशील हो गया है। हाल ही में हुआ था कि ट्रैक्टरों की संख्या बढ़ने से चौराहे का एक मुहाना नालियों से भर गया था। इसे पास के एक निर्माण स्थल पर फेंक दिया गया था। स्थानीय लोग अब समस्या के पूर्ण समाधान की मांग कर रहे हैं। हालांकि, राहुल तुमसारे ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि मोर्चा अब महापौर के पास स्थानांतरित कर दिया जाएगा क्योंकि केवल नगरपालिका कर्मचारी ही समस्या को हल करने में विफल हो रही है।

राहुल तुमसरे, स्थानीय शिक्षक ने बताया कि, समस्या एक नहीं, आलम यह है कि वार्ड 11 समस्या का गढ़ बन गया है। कई बार उस घातक मोड़ की शिकायत की लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। क्या एक गंभीर दुर्घटना के बाद संबंधित नगर निगम के कर्मचारी और प्रशासन यहां काम पर आएंगे? अगर ऐसा हुआ तो आने वाले चुनावों में हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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