सीएम एकनाथ शिंदे ने अयोध्या में रामलला के दर्शन-पूजन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। शिंदे ने बिना किसी पार्टी और नेता का नाम लिए तंज कसते हुए कहा, ‘राम ने पिता को वचन देकर 14 साल का वनवास निभाया। पर कुछ लोगों ने सत्ता की लालच में पिता के वचन का ध्यान नहीं रखा। बाला साहब ने जिन्हें भगाया था, कुछ लोग ने बाद में उन्हीं के साथ मिलकर सरकार बना ली।’
पालघर में हुई संत की हत्या पर उठाए सवाल
शिंदे ने महाराष्ट्र की पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि पालघर में जब संत की हत्या हुई और नेवी के अधिकारी की पिटाई हुई तो वहां पर किसकी सरकार थी। कई लोग हम पर आरोप लगाते हैं। 2019 में लोगों के दिमाग में जो बात थी, लोगों की अपेक्षा थी कि महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा की सरकार बने। लेकिन स्वार्थ और कुर्सी की लालच में यहां गलत कदम उठाया गया। हमने उसे 8-9 महीने पहले सुधार दिया। लोगों की अपेक्षा के अनुसार हमने सरकार बनाई।
उन्होंने कहा कि उत्तर भारतीय और महाराष्ट्र के लोग अलग नहीं है। महाराष्ट्र भवन के लिए योगी आदित्यनाथ से विनती की है। वह हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहेब के नाम पर होगा।
राम मंदिर हमारी आस्था, श्रद्धा और अस्मिता से जुड़ा
शिंदे ने कहा, ‘राम मंदिर हमारी आस्था, श्रद्धा और अस्मिता से जुड़ी है। अयोध्या हमारे लिए आत्मीयता का विषय है। आज का दिन मेरे लिए सौभाग्य का विषय है। हमारी यात्रा पूरी तरह धर्मिक है। कई लोगों को इससे एलर्जी और दर्द भी हुआ।’
बाला साहेब का सपना था राम मंदिर बन जाए
शिंदे ने कहा कि रैली में आज केसरिया, राममय माहौल था। 500 साल का संघर्ष और बाला साहेब का सपना था कि राम मंदिर बन जाए। हमने मंदिर निर्माण का काम देखा। अब छत बनने जा रहा है। पीएम मोदी की अगुवाई में यह काम हो रहा है।
Sunday, November 24, 2024
Offcanvas menu