वाड़ी नगर परिषद द्वारा निर्माण हुए अमर जवान शहीद स्मारक खंडहर बना। शिवाजी महाराज के जीवन पर बनाएं गए चित्र झाड़ियों में फंसने से उसे कौन बाहर निकलेंगे यह सवाल उठ रहा है। स्मारक नप के अनदेखी का शिकार बना है।बताया गया कि 2019 में इस स्मारक के लिए नगर परिषद ने बनाने का फैसला लिया। करीब 18 लाख की लागत से बना स्मारक आज हाइवे के जगह पर आने से विवादित है। जिसके कारण नगर परिषद भी ध्यान नही दे रही है।
तत्कालीन मुख्यधिकारी जुम्मा प्यारेवाले के कार्यकाल में यह स्मारक बना। हाइवे की जगह पर स्मारक कैसे बनाया गया।बिना अनुमति के स्मारक पर लाखों का खर्चा कैसा किया यह सवाल रिपब्लिकन सेना के प्रदेश अध्यक्ष सागर डबरासे ने किया। डबरासे ने इसकी जानकारी सूचना के अधिकार के तहत हासिल करने पर स्मारक का सत्य बहार आया।शिवाजी स्मारक बनाने के लिए विरोध नही है लेकिन हाइवे की बिना अनुमति के लाखों का बेफिजूल खर्चा कर हाइवे ने यदि तोड़ा तो लाखों के खर्च का जिम्मेदार कौन यह सवाल डबरासे ने करते हुए इसकी जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। स्मारक में बिजली, पानी के लिए बोरवेल बनाया गया लेकिन अब कचरे में बन्द पड़े है।
स्मारक में शिवजी महाराज के जीवन पर 6 चित्र बनाएं गए।पूरा स्मारक झाड़ियों में तब्दील हुआ।बताया गया कि स्मारक का 10 फिट तक हिस्सा हाइवे आता है कभी भी टूट सकता है।सूचना अधिकार के तहत मिली जानकारी चौकाने वाली है।जब हाइवे में जगह है तो उस जगह पर बिना अनुमति के नप ने निर्माण कैसे किया।तत्कालीन मुख्यधिकारी जुम्मा प्यारेवाले ने इस काम का निर्माण किया। ठेकेदार को इसका कुछ भुगतान किया गया।कुछ भुगतान बाकी होने की जानकारी है।अब इस मामले को मुख्यधिकारी डॉ. विजय देशमुख़ देखेंगे। स्मारक के फाइल की पढ़ाई कर ठेकेदार का भुगतान नही करेंगे।स्मारक नियमो है या नही इसकी जांच करेंगे।मेरे कार्यकाल में स्मारक बना नही।स्मारक का भुगतान रोका है। जांच करके जानकारी देंगे।
डॉ. विजय देशमुख़, मुख्यधिकारी नप वाड़ी
Saturday, November 23, 2024
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