लाखनी।
लखीमपुर/खीरी (उत्तर प्रदेश) में उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे एक मंत्री के बेटे ने उन्हें कुचल दिया, जिससे चार किसानों की मौत हो गई। महाराष्ट्र बंद सोमवार, 11 अक्टूबर को शिवसेना, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, महाविकास गठबंधन के एक घटक दल द्वारा, उत्तर प्रदेश सरकार की मौत के बावजूद मंत्री के बेटे के खिलाफ कार्रवाई करने में विफलता के विरोध में बुलाया गया था। आगामी दंगों में चार अन्य लाखनी में बाजार और शिक्षण संस्थान शुरू किए गए। शहर में चर्चा चल रही है कि बंद से हड़कंप मच गया है क्योंकि आयोजन राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने अपनी दुकानें जारी रखी हैं। इसी तरह की स्थिति तालुका के पलंदूर/चौरस, मुरमाडी/घी, पिंपलगांव/सड़क पोहरा में देखने को मिली। बंद के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। रात के इस समय ट्रैफिक हल्का था। बैंकों समेत सरकारी दफ्तरों में आवश्यक सेवाएं सुचारू रूप से चल रही थीं। इस तरह, महाविकास अघाड़ी द्वारा बुलाए गए बंद की तस्वीर शहर के साथ-साथ तालुका में भी देखी गई। इसने सत्ताधारी दलों को सबक सीखने की जरूरत पैदा कर दी है।