लखनी।
तालुका में अनियमित वर्षा और जलवायु परिवर्तन के कारण महामारी की बीमारियों का प्रसार बढ़ रहा है और डेंगू ने सिर पर एक कहर बरपा रखा है। मृतक का नाम समीक्षा राजेश शहरे (22) रंगेपार-कोहली है। स्वास्थ्य विभाग इस घटना से अनजान है और तालुका में 20 दिनों में यह तीसरी ऐसी घटना है।
अभी बरसात के दिन हैं, ग्रामीण इलाकों में गंदगी का अंबार है क्योंकि स्थानीय निकायों ने नालों को नहीं हटाया है। इससे मच्छर पैदा होते हैं और कई बीमारियां फैलती हैं। रेंगेपार में समीक्षा कोहली राजेश शहरे सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री के साथ नागपुर में ऑटोकैट प्रशिक्षण ले रहे थे। नागपुर से आकर वह डेंगू जैसी बीमारी से पीड़ित हो गई। इसलिए उसे इलाज के लिए लखनी ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे आगे के इलाज के लिए भंडारा सामान्य अस्पताल में ले जाया गया। यहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सा अधिकारी ने डेंगू के लक्षण दिखाए और उसे नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित करने की सलाह दी। लेकिन उसके परिवार ने उसे भंडारा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान 8 सितंबर की सुबह उसकी मौत हो गई। तालुका स्वास्थ्य अधिकारी पंचायत समिति लखनी के कार्यालय में जब इस बारे में पूछताछ की गई, तो पता चला कि डेंगू के कोई संदिग्ध मरीज नहीं थे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिंपलगांव-सड़क पर पूछताछ की तो पता चला कि अस्पताल प्रशासन इस बात से अनभिज्ञ है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। 20 दिन में 1 बच्चे और 3 युवकों की डेंगू से मौत से तालुका में भय का माहौल है। इसे स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय स्व-सरकारी निकायों द्वारा संबोधित करने की आवश्यकता है।