हिंगणघाट।
मनसे के शिष्ठमंडल ने उपविभागीय अधिकारी सोनाले द्वारा रेल्वे मंत्री को दिए ज्ञापन में मांग की गई। अक्टूबर तक मांग पूरी नहीं की गई तो आक्रमक आंदोलन किए जाने का इशारा दिया गया है। कोरोना संकट में हिंगणघाट के रेल्वे स्टेशन पर के रेल्वे स्टॉपेज रद्द कीए गए। जिस वजह से हिंगणघाट-समुद्रपूर तालुका प्रवासियो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह देखते हुए मनसे राज्य उपाध्यक्ष ‘अतुल वांदिले’ के नेतृत्व में उपविभागीय अधिकारी शिल्पा सोनाले के मार्फत रेल्वे मंत्री रावसाहेब दानवे को ज्ञापन दिया गया। हिंगणघाट शहर ये तालुका का ठिकाण है, यहां बडी बाजार पेठ है। यहां अनेक टेक्सटाईल्स पार्क, सगुणा उद्योग समूह, मोहता उद्योग, कपड़ा मिल समूह सरखे महत्व के उद्दोगधंधे है। हिंगणघाट-समुद्रपूर तहसील की लोकसंख्या बहुत बड़ी है। और ग्रामीण तथा शहरी छात्र शिक्षा तथा लोग नौकरी के लिए अमरावती, पुणे, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई को आना जाना करते है। विदर्भ की सबसे बड़ी कृषी उत्पन्न बाजार समिती हिंगणघाट की है। हिंगणघाट शहर ये वर्धा शहर से बड़ा है। उपरोक्त रेल्वे के यहां स्टॉपेज नहीं लेकीन पुलगाव, वरोरा में उक्त रेल के स्टॉपेज पूर्ववत शुरू किए गए। हिंगणघाट व समुद्रपूर तालुका की जनता पर ये अन्याय है। यहा पुर्व की तरह उपरोक्त रेल्वे के स्टॉपेज सुरु किए जाय, अन्यथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना द्वारा आक्रमक आंदोलन छेड़ने का का इशारा ज्ञापन में दिया गया। इस अवसर पर मनसे राज्य उपाध्यक्ष अतुल वांदिले, जिला उपाध्यक्ष अमोल बोरकर, जिला सचिव सुनील भुते, वाहतूक सेना जिला ध्यक्ष रमेश घंगारे, शेतकरी सेना जिलाध्यक्ष किशोर चांभारे, जगदीश वांदिले, मारोती महाकालकर, उमेश नेवारे, महिला सेना जिलाध्यक्ष निता गजभे, शहर संघटक सीमा तिवारी, तालुका उपाध्यक्ष महिला सेना सविता भजभूजे, तालुका संघटक महिला सेना भारती घुंगरूड, शहर अध्यक्ष शीतल गेडाम, शहर अध्यक्ष राजू सिन्हा, शेखर ठाकरे, परम बावणे, किशोर भजभूजे, किशोर पांडे, राजू खडसे, पंकज भट, पप्पू आष्टीकर, गोपाळ कांबले, अनिल भुते, अरविंद ठाकरे, सचिन भडे, प्रशांत येकोंकर, नितीन भुते, शंकर धुरत, विठ्ठल तळवेकर, नंदकिशोर ढाले आदी पदाधिकारी व मनसैनिक उपस्थित थे।