भंडारा।
न्याय निर्णय की जटिल और समय लेने वाली प्रक्रिया के बारे में सुनते रहे हैं, लेकिन अब ‘वैकल्पिक विवाद समाधान’ प्रक्रिया, जिसे पार्टियों ने स्वेच्छा से पार्टियों के लिए चुना है, अब बढ़ रही है। प्रत्यय 25 सितंबर, 2021 को आयोजित सफल नेशनल पीपुल्स कोर्ट है। इन लोगों की अदालतों में कुल 23 फैमिली कोर्ट केस रखे गए। इनमें से 10 मामले दीवानी प्रकृति के और 13 मामले आपराधिक प्रकृति के थे। न्याय न केवल एक आदेश के रूप में होना चाहिए बल्कि दोनों पक्षों के लिए संतोषजनक होना चाहिए। इस बुनियादी सिद्धांत का पालन करते हुए, मामले के पक्षकारों को संवाद करने का एक स्वतंत्र अवसर दिया गया था। नतीजतन, कुल 7 दीवानी मामलों और 8 आपराधिक मामलों को बातचीत के माध्यम से सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया गया। इनमें से 8 जोड़ों ने अपना विवाद सुलझा लिया और एक साथ नहाने चले गए। उनके सुखी जीवन की शुरुआत फैमिली कोर्ट की जज अनीता बी. शर्मा ने मध्यस्थता की। लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए मुख्य जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अंजू शेंडे द्वारा समय पर मार्गदर्शन दिया गया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रभारी पीएस खुने ने दंपति को पौधारोपण कर शुभकामनाएं दीं। खास बात यह है कि इन सभी पौधों को जजों ने कोर्ट परिसर में ही उगाया था। पैनल में मुख्य सिविल जज एमए कोठारी, मैरिज काउंसलर आरपी कटारे, जिला विधिक सेवा समिति के सचिव एस.पी. भोसले मौजूद थे। लोक अदालत को सफल बनाने के लिए परिवार न्यायालय के सहायक अधीक्षक डीएस साकोर, कनिष्ठ लिपिक वीबी बांकर, चपरासी एम.एम. मांडपे के साथ-साथ वकील वी.ए. रेहपड़े ने कड़ी मेहनत की।