रामटेक आने वाले पर्यटकों को क्षेत्र के पर्यटन स्थलों के बारे में पता होना चाहिए और उन्हें यहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। ईसी पृष्ठभूमी में रामटेक-तुमसर महामार्ग अंबाला मोडपर भव्य एवं आकर्षक माहीती तथा सुविधा केंद्र का करोडो रुपयोंकी लागत से भवन का निर्माण किया गया है। लेकीन बरसों से इस भवन का लोकार्पण नहीं हुवा है.जिससे यह भवन केवल सफेद हाथी बनकर रह गया हैं। रामटेक न केवल विदर्भ में बल्कि मध्य भारत में भी एक महत्वपूर्ण धार्मिक, प्राचीन और प्राकृतिक पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। केवल नरसिंह, रुद्र नरसिंह, त्रिविक्रम मंदिर और सिंदूर बाहुली, श्रीराम और लक्ष्मण मंदिर, चक्रधर स्वामी मंदिर, कालिदास स्मारक, ओम गार्डन पुरातात्विक रूप से महत्वपूर्ण स्थान हैं। नागार्जुन मंदिर, नारायण टेकडी, अंबाला झील और घाटों पर कई प्राचीन मंदिर, नगरधन का वाकटक कालीन किला, खिंडसी जलाशय और उसका जल क्रीड़ा केंद्र, मनसर का रामधाम, कृष्णधाम, पास में पेंच टाइगर रिजर्व और मोगराकसा में प्रस्तावित पक्षी अभयारण्य, तोतलाडोह जलाशय प्राकृतिक रूप से पर्यटकों को हमेशा ही आकर्षित करते है। हालांकि,इन सभी पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के लिए आवश्यक सुविधाओं की कमी है। इसी पृष्ठभूमि में रामटेक में करीब ढाई करोड़ रुपये की लागत से एक सुंदर भवन का निर्माण किया गया है। पर्यटन विभाग की मंशा है कि पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए और क्षेत्र के पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जाए। 2014 में भवन का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया था। कुछ छोटेमोटे कार्य लंबित थे।समझा जाता है कि ये सभी कार्य वर्तमान में पूर्ण हो चुके हैं। हालांकि, भवन का उद्घाटन नहीं किया गया है।आखीर कब इस भवन का लोकार्पण होगा ऐसा प्रश्न समय-समय पर पूछा जा रहा है।
Saturday, November 23, 2024
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