राजस्थान में रिश्तों पर सियासत पड़ी भारी

सीकर/जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर रिश्तों पर सियासत भारी पड़ रही है। इसके चलते इस बार कुछ दिलचस्प मुकाबले देखने को मिलेंगे। ऐसा ही एक मामला सीकर जिले की दांतारामगढ़ विधानसभा से है, जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। इस विधानसभा में चुनाव के दौरान और कोई नहीं पति-पत्नी ही एक दूसरे के खिलाफ मुकाबले में हंै। जिसने सियासत का पारा चढ़ा दिया है। कांग्रेस ने शनिवार देर रात यहां के मौजूदा विधायक वीरेंद्र सिंह को टिकट दिया है, जबकि जेजेपी ने उनकी पत्नी रीटा सिंह को प्रत्याशी बनाया है। राजस्थान की सियासत में यह अनूठा मुकाबला काफी चर्चा में आ गया है। ऐसे में सियासत और आमजन के बीच पति-पत्नी के मुकाबले को लेकर तरह-तरह की चचार्एं हो रही है। धौलपुर में भी रिश्तों पर सियासत भारी पड़ रही है। धौलपुर से भी जीजा और साली के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा।
कांग्रेस ने वीरेंद्र सिंह को वापस दिया मौका
राजस्थान की दांतारामगढ़ सीट अब हॉट सीट बन गई है। इस पर अब सियासत के साथ राजस्थान के लोगों की नजरें भी टिक गई है। कांग्रेस ने अपनी पांचवी सूची शनिवार देर रात जारी की। इसमें उन्होंने दांतारामगढ़ विधानसभा से मौजूदा विधायक वीरेंद्र सिंह को फिर से मौका दिया है। इससे पहले जेजेपी उनकी पत्नी रीटा सिंह को अपना प्रत्याशी बना चुकी है। ऐसे में यह रोचक मुकाबला काफी सुर्खियों में आ गया है। इस मुकाबले को लेकर अब लोगों में चुनाव परिणाम को लेकर उत्सुकता बन गई है।
वीरेंद्र सिंह की पत्नी ने पहले कांग्रेस से मांगा था टिकट
दांतारामगढ़ से मौजूदा विधायक वीरेंद्र सिंह की पत्नी इस विधानसभा चुनाव को लेकर काफी सक्रिय हैं। रीटा सिंह ने जेजेपी से पहले कांग्रेस से टिकट देने की मांग की थी, लेकिन उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। कांग्रेस ने फिर से उनके पति वीरेंद्र सिंह, जो मौजूदा विधायक हैं, उन्हें ही मौका दिया है। हालांकि दांतारामगढ़ विधानसभा कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है। जाट बाहुल्य इलाके में कांग्रेस का काफी प्रभाव है। इधर, कांग्रेस के वीरेंद्र सिंह के सामने उनकी पत्नी रीटा सिंह के आने से मुकाबला काफी रोचक हो गया है। लोगों में चर्चा है कि दोनों के बीच टक्कर का मुकाबला देखने को मिलेगा।
जीजा और साली में भी होगा चुनावी मुकाबला
दांतारामगढ़ विधानसभा की तरह धौलपुर में भी रिश्तों पर सियासत भारी पड़ रही है। इस बार धौलपुर से भी जीजा और साली के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। जिसमें कांग्रेस ने इस बार शोभा रानी कुशवाह को कांग्रेस से टिकट दिया है, जबकि भाजपा ने उनके जीजा डॉ शिवचरण कुशवाह को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि इससे पहले भी वर्ष 2018 में जीजा और साली के बीच मुकाबला हो चुका है। इसमें शोभा रानी ने अपने जीजा शिवचरण को पराजित किया। लेकिन उस समय शोभा रानी निर्दलीय चुनाव लड़ी थी। लेकिन अब की बार कांग्रेस ने शोभा रानी को टिकट दिया है।

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