सरकार द्वारा पारित की गई योजनाएं पूरी नहीं हो रही हैं। अनाज उत्पादकों को बोनस घोषित किया गया था लेकिन उन्हे वो नहीं मिला। अभी तक प्रभावित किसानों को फसल बीमा राशि की प्रतिपूर्ति नहीं की गई है। इसके अलावा, कीमतों पर प्रतिबंध की कमी के कारण बाजार के बीज और उर्वरक की कीमतें बढ़ गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को वित्तीय कठिनाई हुई है। यदि आप इस मूल्य वृद्धि को नहीं रोकते हैं, तो सहायता योजना या 25,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दें। यह मांग किसान अधिकार मंच और राष्ट्रीय ओबीसी मुक्ति मोर्चा ने तहसील कार्यालय के सामने मौदा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में की । इस दौरान राष्ट्रीय ओबीसी मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता मौजुद थे।