मॉनसून 2022 पर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पहली भविष्यवाणी कर दी है। दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के पूर्वानुमान में गुरुवार IMD ने कहा कि इस साल मॉनसून ‘सामान्य’ रहेगा। जून से सितंबर के दौरान औसत वर्षा अब 868.6 मिमी मानी जाएगी, पहले 880.6 मिमी थी। इस बार नए औसत की तुलना में 99% बारिश के आसार है (+/- 5%)। 96-104% बारिश को सामान्य कहा जाता है। नया आंकड़ा 1971 से 2021 का औसत है। निजी एजेंसी ‘स्काईमेट’ भी ने इस साल भारत में ‘सामान्य’ मॉनसून की भविष्यवाणी की है। उसके अनुसार, सामान्य बारिश की 65% उम्मीद है। एजेंसी ने कहा कि यह भारत के कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है जिसने कोविड की चुनौती के बावजूद अच्छा परफॉर्म किया है मौसम विभाग ने मॉनसून का जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसके अनुसार देशभर में अच्छी बारिश होगी। उत्तर भारत में सामान्य से बेहतर बारिश का अनुमान लगाया गया है। पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में सामान्य से कम बारिश के आसार हैं। IMD के अनुसार, मॉनसून के साथ-साथ बारिश पर ला नीना का असर भी दिखेगा। हर साल IMD दो चरणों में मॉनसून की बारिश पर पूर्वानुमान जारी करता है। पहली भविष्यवाणी अप्रैल में होती है और दूसरी जून में। पहली स्टेज में मौसम विभाग की ओर से पूरे देश में मॉनसून सीजन (जून-सितंबर) के दौरान होने वाली बारिश का पूर्वानुमान पेश किया जाता है। IMD की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंस में मॉनसून का पूर्वानुमान जारी किया जाएगा। इंटरऐक्टिव वीडियो कॉन्फ्रेंस में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अलावा IMD के अधिकारी भी होंगे। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ एम रवींद्रन बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान IMD के डायरेक्टर जनरल डॉ एम मोहपात्रा मॉनसून पर प्रजेंटेशन देंगे।
Sunday, November 24, 2024
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