मंगलवार को राज्य के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने पत्र परिषद् ली . जिस दौरान उन्होने कहा की अधिकारियो की गलती की वजह से मुंबई तीन दिन अंधकार में थी। जिस के चलते उन पर कारवाही की जाये.
पिछले साल मुंबई में गंभीर पावर आउटेज हुआ था. इसके बारे में कहा गया था कि ये पावर आउटेज दशकों का सबसे खराब पावर आउटेज था. मुंबई में हुए इस पावर आउटेज को तब भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद से भी जोड़ा गया था. रिपोर्ट में दावा किया गया कि ये चीनी हैकर्स की तरफ से भारत पर किया गया साइबर अटैक था. बताया जा रहा है कि ये साइबर अटैक भारत को चेतावनी देने के लिए चीन की ओर से किया गया था.
इस मामले पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि 12 अक्टूबर 2020 को कुछ घंटों के लिए मुंबई और सटे इलाकों में बिजली गुल होने के मामले में चीन के साइबर अटैक की बात सामने आई है. इस मामले में उन्होंने जांच की मांग की थी. इस पर पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा की अधिकारियों की गलती के कारण मुंबई तीन दिनों से अंधेरे में थी । चंद्रशेखर बावनकुले ने स्पष्ट आरोप लगाया कि गृह मंत्री और ऊर्जा मंत्री ने एक काल्पनिक रिपोर्ट तैयार करके लोगों को गुमराह किया था कि चीन द्वारा एक साइबर हमले के कारण हमारा ग्रिड विफल हो गया था। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले में ऊर्जा मंत्री और गृह मंत्री दोनों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
राज्य के आईपीएस अधिकारी ने न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर पर रिपोर्ट तैयार की। इसमें उन्होंने इसे चीन से जोड़ा था। कम से कम यह सुनिश्चित करने के लिए कि IPS अधिकारी को केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से संपर्क करना चाहिए था । केवल न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस खबर को प्रकाशित किया इसलिए यह रिपोर्ट तैयार करना ये गलत है ऐसा वक्तव्य पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले इन्होने इस दौरान किया।
गृह मंत्री अनिल देशमुख को यह सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार के संबंधित विभाग से संपर्क करना चाहिए था। उन्होंने खुद की प्रशंसा हो इस लिए आईपीएस अधिकारी से एक रिपोर्ट तैयार की। मुख्यमंत्री को दोनों मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।साथ ही मै इस संबंध में केंद्र को पत्र लिखूंगा ऐसा इस दौरान , बावनकुले ने स्पष्ट किया।