मुंबई. राज्य सरकार मुंबई की सड़कों को धोकर और निर्माण स्थलों से मलबा हटाकर प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने की तैयारी मे हैं। गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह बात कही।
एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिंदे ने कहा, बढ़ते प्रदूषण स्तर से निपटने के तरीकों पर पर्यावरण मंत्रालय, नागरिक प्रमुखों, राज्य के अन्य हिस्सों के कलेक्टरों के साथ विस्तृत चर्चा की। सीएम ने कहा, संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर प्रदूषण को रोकने का काम करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि जिन चार ठेकेदारों ने अभी तक मुंबई की सड़कों पर सीमेंट और कंक्रीट नहीं बिछाकर मरम्मत का काम शुरू नहीं किया है, उन्हें काली सूची में डाला जाना चाहिए। उनकी जांच की जानी चाहिए। आदित्य ठाकरे ने कहा, पिछले 11 महीनों से मैं कह रहा हूं कि यह काम एक घोटाला है। पांच संस्थाओं को दिया गया ठेका फर्जी टेंडरिंग था, जिस पर उन्होंने पहले भी बात की थी।
ठाकरे ने कहा, यह भ्रष्टाचार का एक खुला और बंद मामला है। ठाकरे ने कहा, राज्य सरकार को उन बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई करने की ताकत दिखानी चाहिए जो वायु प्रदूषण मानदंडों का उल्लंघन कर रहे हैं।
जनशक्ति का उपयोग करने पर जोर
सीएम शिंदे ने कहा, बीएमसी को पानी का उपयोग करके सड़कों को साफ करने के लिए ज्यादा जनशक्ति का उपयोग करने और इस उद्देश्य के लिए टैंकर किराए पर लेने के लिए कहा गया है। निर्माण स्थलों पर फॉगर्स का उपयोग किया जाना चाहिए।
Sunday, November 24, 2024
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