19 मार्च को चंद्रपुर के मुक्ति कॉलोनी इलाके में ईंट फेंकने की मामूली बात को लेकर दो महिलाओं की फावड़े और हथौड़े से पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया। लेकिन इस गंभीर मामले में पुलिसगैरजिम्मेदार पाई गई। इस सन्दर्भ में नारी शक्ति महिला संघटना ने जिल्हा पुलिस अधीक्षक को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।
महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की बढ़ती घटनाओं के बावजूद, पुलिस प्रशासन ऐसे मामलों में आरोपियों के खिलाफ आरोपों को दर्ज करने के लिए आना कानी कर रही है जिससे आरोपियों की हिम्मत फिर से बढ़ जाती है । आरोपी सतीश रॉय और सुजीत रॉय ने मुक्ति कॉलोनी इलाके में रीमा बोन्डे और दीपिका बिश्वास को फावड़े और हथौड़े से मारा, लेकिन इतने पर भी वो नहीं रुके और रीमा बोन्डे इन्हे जमीन पर ढकेल के निर्वस्त्र कर उसकी बेरहमी से हत्या की। पुलिस को इस मामले में पीड़ित महिलाओं की गवाही दर्ज करनी चाहिए थी, लेकिन घटना के 5 दिन बाद भी पुलिस ने महिलाओं की तरफ नहीं देखा। महिलाओ को निर्वस्त्र कर उनकी पिटाई करने वाले रॉय बधुओं के खिलाफ विनयभंग का मामला दर्ज करने की अपील नारी शक्ति महिला संघटन ने जिल्हा पुलिस अधीक्षक अरविंद साळवे को की। जिसके बाद जिल्हा पुलिस अधीक्षक ने तुरंत इस मामले में दखल ले कर गुन्हा दर्ज कर कारवाही करने के आदेश रामनगर पुलिस स्टेशन के कर्मचारियों को दिए। इस दौरान अध्यक्ष सुनीता गायकवाड,उपाध्यक्ष सायली येरने,सचिव ऍड विना बोरकर,संतोषी चौहान, अर्चना आमटे,अल्का मेश्राम,पूजा शेरकी,रूपा परशराम,प्रतिभा लोनगाडगे,माला पेदाम,गीता येडे आदि प्रमुखतासे उपस्तिथ थे।