महावितरण को मानसून पूर्व लग सकता है झटका

नागपुर महावितरण मानसून पूर्व तैयारी में लग गया है, लेकिन टी कटिंग एक बड़ी लौती बनकर सामने आ रही है। ट्री कटिंग का काम निजी एजेंसियों को दिया गया है और एजेंसियों का पूरा साथ नहीं मिलने से ट्री कटिंग का लक्ष्य पूरा नहीं हो सका है। बारिश में सबसे ज्यादा परेशानी पेड़ बिजली के तार पर गिरने या पेड़ की शाखाएं तार पर गिरने से होती है। मानसून पूर्व तैयारी में वैसे तो कई काम करने होते हैं, लेकिन सबसे अहम व चुनौतीपूर्ण काम बड़े-बड़े पेड़ों की उन शाखाओं को काटना होता है जो बिजली के तारों को छूती हैं। मानसून पूर्व तैयारी के तहत ट्री कटिंग, मेन लाइन के जंपर, कंडक्टर दुरुस्ती ट्रांसफार्मर का मेंटेनेंस जैसे ऑयल डालना, डीपी बाक्स मेंटेनेंस आदि कार्य बारिश के पहले करना होता है। गर्मी के दिनों में अधिकांश ट्रांसफार्मर का ऑयल कम हो जाता है। तारों में कार्बन चढ़ जाता है। इस कारण बिजली गुल होने का खतरा रहता है। बारिश के दिनों में बिजली गुल की समस्या विकराल न बने और पेड़ तारों पर न गिरे इसलिए बेहद सतर्कता बरती जाती है। जून शुरू होने के पहले दी कटिंग के अधिकाधिक काम होना जरूरी होता है। महावितरण ने ट्री कटिंग का काम निजी एजेंसियों को दिया है। महमाई को देखते हुए यह मान रही है कि ट्री कटिंग की कॉस्ट काम मिल रही है। इसी तरह कई जगह पेड़ को ऊंचाई बहुत ज्यादा है। इसके लिए विशेष लेडर वाहन की जरूरत होती है। एजेंसी ट्री कटिंग पर बहुत तेजी से काम नहीं करने से ट्री कटिंग का 50 फीसदी काम भी अभी तक नहीं हो सका है। तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश होने पर महावितरण के संसाधनों का नुकसान हो सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *