चंद्रपुर। (नामेस)।
वेकोलि वणी क्षेत्र की मुगोली व पैनगंगा कोयला खदानों के अंतर्गत दो अलग-अलग घटनाओं में महालक्ष्मी कंपनी के दो मजदूरों की मौत हो गई। घटना शुक्रवार रात की है। पीसी आॅपरेटर की दबने से मौत हुई, जबकि दूसरे मामले में दूसरे मजदूर की मौत नदी में डूबने से होने की जानकारी है। इस मामले में संज्ञान लेने वाले वेकोलि नागपुर मुख्यालय के सुरक्षा महाप्रबंधक ए.के. दीक्षित ने अधिकारियों को फटकार लगाई।दीक्षित ने इस पूरे परिसर का जायजा लिया और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सवाल किए कि साल भर में पैनगंगा खदान में ही दो हादसे कैसे हो गए, सुरक्षा में कहां गलती हो रही है, कितने मजदूर बिना ट्रेनिंग, मेडिकल जांच के काम कर रहे हैं. उन्होंने विस्तृत रिपोर्ट आदि की जानकारी भी मांगी। इसके अलावा उन्होंने निर्देश दिया कि महालक्ष्मी कंपनी के पूरे मजदूरों का डाटा, पीएफ, वीटीसी, मेडिकल तथा सुरक्षा संबंधित नियमों का पालन अगर कंपनी नहीं कर रही है तो उस पर सख्ती से निपटा जाए। वेकोलि के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, कामकाज ‘राम भरोसे’ चल रहा है। सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। लेकिन इसके जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती, जिसके चलते इस तरह के हादसे हो रहे हैं।
कैसे हुआ हादसा?
मिली जानकारी के अनुसार पीसी आॅपरेटर सो रहा था और सुपरवाइजर पीसी चला रहा था। सुपरवाइजर की लापरवाही की वजह से आॅपरेटर पर पीसी मशीन चढ़ा दी गई। वहां पर फोकस लाइट की भी कमी थी, जिस वजह से य़ह घटना घटी। घटनास्थल पर मौजूद मजदूरों ने वेकोलि अधिकारी व कंपनी को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही मृत मजदूर के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग की गई है।
साल की दूसरी घटना
बता दें, पैनगंगा खदान में इस साल की यह दूसरी बड़ी घटना है। पहली घटना फरवरी में हुई थी, जिसमें दो पीसी मशीन के बीच दबकर एक मजदूर की मौत हुई थी। वह गोलचा कंपनी में काम करता था। पीसी मशीन अचानक ऊपर से नीचे की ओर खिसक गई थीं, जिसकी वजह से मजदूर उस मशीन के नीचे आ गया था।