खापरखेड़ा।
देश में महापुरुषों के पुतले की तोड़फोड़ विडंबना होने वाली घटना आम बात हो गई। लेकिन अभी ग्रामीण भागों में भी कुछ समाजकंट को ने भगवान परमेश्वर के मूर्ति को भी नहीं छोड़ा। उसकी भी विडंबना की गई। हाल ही में गुरुवार 23 सितंबर को भानेगांव वैकुंठधाम पर कुछ समाजकंटको ने श्री भगवान शंकरजी के मूर्ति चबूतरे से निचे फेक विडंबना की जाने की घटना सामने आयी। इस संदर्भ में भाजपा पार्टी शाखा भानेगाव ने सदर घटित घटना का निषेध जताकर अज्ञात आरोपियोंपर कठोर कार्रवाई करने के लिए खापरखेड़ा पुलिस थाने में शिष्टमंडल ने ज्ञापन दिया। बताया जा रहा है की सावनेर- कलमेश्वर विधानसभा क्षेत्र में भानेगांव ग्राम पंचायत अंतर्गत खापरखेड़ा-कामठी मुख्य मार्ग पर कोलार नदी पुलिया के पास वैकुंठधाम श्मशान घाट है। इस घाट पर पिछले दस ग्यारह साल पुर्व स्व. श्रीमती भुलाबाई विठोबाजी ढोके इनकी स्मृतिशेष पर सरस्वता रामराव घुग्गल इन्होंने श्री भगवान शंकरजी की मूर्ति दान करके विधिवत स्थापना की थी।वैकुंठ स्मशान घाट रहने से यहां शोकाकुल परिवार पूजा अर्चना करते थे। इतना ही नहीं यहां पर महाशिवरात्रि, नागपंचमी, ऋषिपंचमी एंव अनेक त्योहारों को भी श्रद्धालुओं आते रहते थे। मात्र 2 दिन पूर्व अज्ञात समाजकंटक आरोपियों ने मूर्ति मूर्ति को चबूतरे से गिरा कर फेंका गया।जिससे मूर्ति की तोड़फोड़ की जाने की घटना घटी। इस घटना से क्षेत्र में निषेध कर इन अज्ञात समाजकंटकोपर कठोर कार्रवाई होनी की मांग की जा रही। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली घटना से नागरिकों में तीव्र रोष व्याप्त हो गया। शुक्रवार को श्री भगवान शंकरजी के मुर्ती का कोलार नदी में विधिवत पूजा अर्चना करते हुए विसर्जन किया। विसर्जन दौरान ग्राम पंचायत के प्रविण साबले, रोशन मनगटे, दशरथ ढोके, लाला चवडे, मनोज मारबते, तुलशीदास खरोले, सुदर्शन मेश्राम, शुभम मेश्राम, विनोद शिंदे आदि उपस्थित थे। सदर घटना की जानकारी खापरखेड़ा पुलिस को दी गई। पुलिस ने घटनास्थल जाकर घटना का जायजा लिया। खबर लिखे जाने तक अपराध दर्ज नहीं हुआ था।
क्षेत्र के विविध लोग सुबह मॉर्निंग वॉक करने जाते हैं गुरुवार को मॉर्निंग वॉक करते समय अचानक किसी का ध्यान मूर्ति की ओर गया तो मूर्ति चबूतरे से नीचे टूट हुई गिरि पड़ी थी। जिससे घटना सामने आयी।
ग्रा.पं.सरपंच रविंद्र चुटकुले ने बताया की, इस संदर्भ में भानेगाव के सरपंच रविंद्र चिखले ने बताया की भानेगाव वैकुंठधाम में भगवान शंकर जी के मूर्ति की कुछ असामाजिक तत्वों के लोगों ने विडंबना की।ऐसी घटना क्षेत्र में पहली बार घटी।समाज में दिल दहलाने वाली घटना को गंभीरता से लेते हुए ऐसे असामाजिक तत्वों के लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही। अज्ञात आरोपियों का नाम किसी को भी मालूम हुआ तो उसकी जानकारी दी जाए।ईस घटना का तीव्र निषेध करता हूं।